महिला आयोग ने लगातार सात दिन तक बस्तर संभाग के हर जिले का दौरा कर लगातार जनसुनवाईयां की
रायपुर
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष एवं सदस्यो ने बस्तर संभाग के 7 जिलों का दौरा किया है। बस्तर संभाग दौरे में पहली बार आयोग के इतिहास में जिला सुकमा, नारायणपुर, बीजापुर में जाकर जनसुनवाईयां किये।महिला आयोग के अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक एवं सदस्यो श्रीमती नीता विश्वकर्मा, श्रीमती अर्चना उपाध्याय ने 16 सितंबर से 23 सितंबर तक संयुक्त रूप से संभाग के अंदर जिला बस्तर, सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, कोण्डागांव एवं कांकेर का सघन दौरा कर जनसुनवाईयां की है।
इस दौरे में महिला आयोग की जनसुनवाईयों के साथ, मानव तस्करी के रोकथाम एवं पुनर्वास योजना के ऊपर चर्चा करते हुये सभी 7 जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने तीन वर्ष का अभिलेख आयोग को दिया व छत्तीसगढ़ को मानव तस्करी मुक्त कराये जाने को लेकर विभाग द्वारा ली जाने वाली कार्यवाहियों से भी अवगत कराया।इसके साथ ही महिला आयोग की महत्वपूर्ण योजना मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ योजना के बारे में अवगत कराते हुये रथ में चलाये जा रहे जागरूकता के चलचित्रों के माध्यम से लोगों को दहेज प्रताड?ा, टोनही प्रताड?ा, घरेलू हिंसा एवं अन्य महिलाओं के विरूद्ध अपराधों के संबंध में जानकारी दिया गया। इस अवसर पर बस्तर संभाग से चलचित्रों को स्थानीय भाषा में रूपांतरण किये जाने की मांग किये है क्योंकि बस्तर संभाग के अंदरूनी स्थानों में हिन्दी एवं छत्तीसगढ़ी भाषा को कम समझ पाते है। इसलिए स्थानीय भाषा गोंडी, हल्बी में संशोधित कराया जायेगा। इसमें सभी जिला कलेक्टरों ने सहमति दिये है। बैठक के दौरान कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित उपस्थित जनमानस को महतारी न्याय रथ की फिल्मों को दिखाया गया। जिससे महिला आयोग के योजना को समझ सकें। साथ ही एक सुझाव आया है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा महिलाओं एवं बच्चों को सुपोषित एवं एनीमिया मुक्त छत्तीसगढ़ योजना चलायी जा रही है। जिसमें मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लगातार प्रयास कर रहे है कि छत्तीसगढ़ कुपोषण मुक्त हो इसके लिए भी मिलकर एक साथ फिल्म बनाने का प्रस्ताव आया है। आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि इस योजना के ऊपर रणनीति बनाकर एक साथ फिल्म बनाने का आश्वाशन दिया है और इस रथ के माध्यम से ही सारा प्रचार-प्रसार किया जायेगा। बस्तर संभाग के लिये विशेष रूप से एक रथ अलग से कराया जायेगा, जिसके लिये सभी जिला कलेक्टर चंदन कुमार, हरिश एस., विनित नंदनवार, राजेन्द्र कुमार कटारा, ऋतुराज रघुवंशी, दीपक सोनी, डॉ. प्रियंका शुक्ला ने सहमति जताया है।