मूक-बधिर बच्चों को देख मिलने से खुद को नहीं रोक पाए कलेक्टर
रायपुर
अवसर था मूक-बधिर बच्चों के साथ साइन लैंग्वेज डे मनाने का। कार्यक्रम स्थल मैरिन ड्राइव पर अर्पण कल्याण समिति द्वारा सेक्टर वन, बजाज कालोनी, राजेन्द्र नगर में संचालित अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल में अध्ययनरत सभी मूक-बधिर बच्चे हाथों में तख्तियां लिए खड़े थे। जिलाधीश सर्वेश्वर भूरे मैरिन ड्राइव में ही आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में शामिल होने आये थे। वहां उनकी नजर मूक-बधिर बच्चों पर पड़ी तो वे बच्चों से मिलने से खुद को रोक नहीं पाए। उन्होंने पत्नी श्रीमती भूरे को बुलाया तथा पैदल चलकर वे बच्चों के पास आए। उनसे मिले और खूब सारा लाड़ प्यार जताया। बच्चे तो बच्चे होते हैं। फिर ये बच्चे तो न सुन पाते हैं और न बोल सकते हैं। उन्हें कलेक्टर-एसपी का पता ही नहीं है। इन बच्चों ने कलेक्टर व उनकी पत्नी को घेर लिया।
बच्चे नमस्कार कर हाथ भी मिलाए। कलेक्टर व उनकी पत्नी ने बच्चों के साथ फोटो खिंचाई तथा फोटो उपलध कराने भी कहा। यहां करीब आधा घंटा रूके जिलाधीश ने अर्पण कल्याण समिति के सेवा कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वास्तव में यही ईश्वर की सच्ची सेवा है। नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने उन्हें स्कूल का दौरा करने आमंत्रित किया। इससे पूर्व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आरिफ शेख, डायरेक्टर स्टेट ब्यूरो आॅफ एंटी करप्शन एंड इकॉनामिक अफेंस ने हरी झंडी दिखाकर बच्चों की रैली को रवाना किया। यह रैली कुछ ही दूरी की थी। इस कार्यक्रम का फ्रेमवर्क सचेतक श्रीमती सीमा छाबड़ा ने तैयार किया था।
आरिफ शेख ने बच्चों को स्नैक्स के पैकेट वितरित किए। उन्होंने कहा कि इन बच्चों के बीच आकर वे शांति व गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बोरवेल से सुरक्षित निकाले गए बालक राहुल से भी भेंट की। इस अवसर पर उपस्थित इनरव्हील क्लब की अध्यक्ष ममता बत्रा व अन्य सदस्यों ने बच्चों को नाश्ता कराया। संस्था के अध्यक्ष प्रकाश शर्मा ने अतिथियों का आभार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर वीरेन्द्र शर्मा, धनंजय त्रिपाठी, डॉ. राकेश पांडेय, डॉ. देव मिश्रा, मृत्युंजय शुक्ला, शिक्षक कमलेश कुमार शुक्ला, विशाल सागर, शहाना अवस्थी, मोनिका गुप्ता, चित्रलेखा सिन्हा, आनंद प्रजापति, मनोज वर्मा, अमन चतुवेर्दी सहित सोनम व धनेश्वरी आदि मौजूद थे।