November 25, 2024

खुलासा:दुबई में रेस्टोरेंट के जरिए PFI को हो रही करोड़ों रुपए की फंडिंग!

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नई दिल्ली
 PFI के ठिकानों पर देशभर में एनआईए की छापेमारी (NIA Raid on PFI) के बाद जांच में अहम खुलासा हुआ है. जांच में पता चला है कि पीएफआई को खाड़ी के देशों (Gulf countries) से अरबों रुपए की फंडिंग हो रही थी. खाड़ी देशों में पीएफआई के हजारों सक्रिय कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं, जो अरब देशों से फंडिंग इकट्ठा करके हवाला (Hawala) के जरिए भारत भेजते थे. ईडी ने यह दावा किया है.

बता दें कि इससे पहले पीएफआई ने दावा किया था कि उसे करीब 120 करोड़ रुपए भारत में दान के रूप में मिले हैं. आरोप है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular front of india) ने सरकार को गुमराह करने के लिए दान की फर्जी रसीदें भी तैयार की. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जांच में खुलासा हुआ है कि दुबई में मौजूद दरबार रेस्टोरेंट के जरिए हवाला से अरब देशों से हुई फंडिंग का पैसा भारत भेजा जा रहा था. अरब देशों से फंडिंग के पीछे पीएफआई कार्यकर्ता अब्दुल रजाक बीपी और अशरफ एमके को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. अब्दुल रजाक पहले भी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है.

गौरतलब है कि अशरफ एमके केरल में प्रोफेसर जोसफ के हाथ काटने के मामले में भी आरोपी है. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के मुखपत्र थेजस के जरिए भी पीएफआई को खाड़ी के देशों से फंडिंग हो रही थी. सरकारी जांच एजेंसियों के रडार से बचने के लिए पीएफआई खाड़ी देशों में काम करने वाले अपने कार्यकर्ताओं के जरिए रेमिटेंस के रूप में मंगवाता है और उसे भारत में दान के रूप में दिखाता है.  

पीएफआई के पूर्व कोषाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता पी कोया ने पूर्व में दावा किया था कि पीएफआई विदेशों से कोई फंड नहीं लेता है लेकिन अब ईडी, एनआईए की जांच में उनके इस दावे की पोल खुल गई है. बता दें कि हाल ही में एनआईए ने देशभर में पीएफआई और उससे जुड़े लोगों के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान एनआईए ने पीएफआई के 100 से ज्यादा नेताओं को गिरफ्तार किया है. इनमें पीएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओएमएस सलाम और दिल्ली अध्यक्ष परवेज अहमद भी शामिल हैं. 

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