इजरायल कर रहा भारत को आत्मनिर्भर बनाने में प्रयास, दोनों देशों के बीच संबंध काफी सफल
नई दिल्ली
भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को काफी सफल बताया है। राजदूत नाओर गिलोन ने भारत और इजरायल के रक्षा संबंधों के महत्व पर जोर देते हुए, कहा कि यह काफी लंबा और सफल रहा है। उन्होंने कहा कि तेल अवीव UAV, राकेट, मिसाइल और अन्य रक्षा प्रणाली के क्षेत्रों में नई दिल्ली एक मजबूत भागीदार बनकर बहुत खुश है। उन्होंने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत हम मिलकर काम कर रहे हैं।
मेक इन इंडिया कार्यक्रम सराहनीय
नाओर गिलोन ने भारत में राजदूत के रूप में एक वर्ष का कार्यकाल पूरा करने पर न्यूज एजेंसी ANI के साथ बताचीत की। उन्होंने ANI से कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्तें काफी मजबूत हुए हैं। गिलोन ने कहा कि मेक इन इंडिया (Make-in-India) कार्यक्रम को तेल अवीव द्वारा सराहा जा रहा है और इस क्षेत्र में कदम भी उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, 'भारत और इजरायल के बीच रक्षा संबंध काफी लंबा और सफल रहा है। इजरायली कंपनियां मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत खुद को एजस्ट कर रही है। बड़ी कंपनियां भारतीय कंपनियों के साथ संयुक्त व्यपार शुरू कर रही हैं और साथ में मुझे लगता है कि मेक-इन-इंडिया कार्यक्रम में इज़राइल की भूमिका काफी अहम साबित हो सकती है।
देश को आत्मनिर्भर बनने की जरूरत
राजदूत ने आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा, 'अगर हम यूक्रेन और विश्व में हो रही घटनाओं को देखें तो पता चलता है कि हमें आत्मनिर्भर बनना होगा और सभी चुनौतियों से सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। आज के समय में कोई किसी को बचाने नहीं आता है। खुद की रक्षा स्वयं ही करनी होती है। यह हमारा विश्वास है, जिसे इजरायल शुरू से ही मानता आया है। अधिक से अधिक देशों को इसे समझने की जरूरत है।'
I2U2 के तहत भारत को मिले प्रोजेक्ट
भारत में मौजूदा सरकार की सराहना करते हुए, राजदूत गिलोन ने कहा, 'मैंने कई देशों में काम किया है, लेकिन इतना व्यापक और लोकप्रिय समर्थन कहीं नहीं देखा। दोनों देशों के बीच काफी गहरा संबंध है। मेरे लिए कुल मिलाकर यह एक बढ़िया अनुभव है।' उन्होंने I2U2 पर कहा, 'एक साल पहले I2U2 का गठन हुआ है। भारत, इजरायल, UAE और अमेरिका एक साथ मिलकर सभी के लिए काम कर रहे हैं। इसके तहत दो अच्छे प्रोजेक्ट भारत को मिला है।'