अनूपपुर जिले की समीक्षा, काम में कोताही पर बरसे CM शिवराज
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के नगरीय निकायों में सीएमओ के पद रिक्त होने और इसके कारण नगरीय निकायों के काम प्रभावित होने पर प्रमुख सचिव नगरीय विकास से नाराजगी जताई है। सीएम चौहान ने अनूपपुर जिले की समीक्षा के दौरान पीएस नगरीय निकाय को तलब कर कहा कि अनूपपुर सीएमओ मेटरनिटी लीव पर हैं तो यहां किसी और को प्रभार क्यों नहीं दिया गया? पीएस अर्बन ध्यान रखें, स्थिति ठीक नहीं है। किन्हीं कारणों से अगर कहीं भी सीएमओ नहीं हैं तो वहां तुरंत नियुक्ति करें। सीएम शिवराज ने जल मिशन के मामले में गलत रिपोर्ट देने पर पीएचई विभाग के कार्यपालन यंत्री पर भी नाराजगी जताई।
सोमवार को सीएम चौहान सुबह निवास पर अनूपपुर जिले की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने पीएम आवास योजना के कामों को लेकर कहा कि कुछ आवास तकनीकी कारणों से स्वीकृत नहीं हुए। तकनीकी कारणों से कोई गरीब वंचित न रह जाए। इस तरह की समस्याएं गहराई से देखिए। आवास योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत तो नहीं हैं, इसको गंभीरता से दिखाएं, कलेक्टर इसको क्रॉस चेक करें।
इसलिए करते हैं होम मीटिंग
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विकास के काम समय पर पूर्ण हों, गुणवत्तापूर्ण हों और समय पर जनता को लाभ मिले। सुबह की होम मीटिंग का यही उद्देश्य है। हमने तय किया था कि नर्मदाजी को बचाना है तो अतिक्रमण रोकना जरूरी है। इसलिए इस मामले में लापरवाही नहीं होनी चाहिए। शिशु मृत्यु मामले में अनूपपुर जिला पहले नीचे था, अब 11वें नंबर पर आ गया है। टीवी प्रबंधन में भी बेहतर काम किया है। अनूपपुर राज्य का नंबर 1 जिला बन गया है।
ओडीओपी के काम से असंतुष्ट
एक जिला एक उत्पादन में कोदो और टमाटर उत्पाद का चयन किया गया है। सीएम ने पूछा कि हमने डेढ़ साल में क्या काम किया है? आउटपुट बताए क्या है ? सही जानकारी न मिलने पर सीएम चौहान ने कहा कि इसको गंभीरता से लें। मुझे लगता है कि इस पर गंभीरता से काम नहीं हुआ। इस काम से मैं संतुष्ट नहीं हूं। उन्होंने पूछा कि बिजली आपूर्ति की क्या स्थिति है? अभी कितने घंटे बिजली दे रहे हैं? कलेक्टर के अनुसार 165 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, बारिश के समय अधिक शिकायतें आई हैं। पुष्पराज गढ़ क्षेत्र में ज्यादा शिकायतें आई हैं। सीएम ने कहा कि इन सभी शिकायतों का निराकरण करें।
ईई की गलती पकड़ी, माफी मंगवाई
जीवन मिशन के काम में 9435 के टारगेट के विपरीत चार हजार काम पूरे होने पर सीएम ने आपत्ति की और पूछा कि क्या काम की गुणवत्ता के बारे में कुछ शिकायतें हैं? इस पर कलेक्टर ने कहा कि 2 जगह पर शिकायतें आईं थीं। इन मामलों में दोनों ठेकेदार को नोटिस दिया है। एक जगह पेमेंट रोक दिया है। अभी 77 योजनाओं के तहत पानी देना शुरू हुआ। इस दौरान कार्यपालन यंत्री पीएचई द्वारा गलत तथ्य प्रस्तुत करने पर मुख्यमंत्री ने बैठक में ही माफी मंगवाई। सीएम ने कहा सीएम हेल्पलाइन में पानी से संबंधित 82 शिकायतें हैं। सभी का निराकरण करें। जनसेवा अभियान की स्थिति पर कलेक्टर ने बताया कि 11 हजार से अधिक आवेदन आए हैं, 9600 से अधिक का निराकरण हुआ। पिछले 10 दिन में ग्रामीण क्षेत्र के सभी शिविर पूर्ण हो गए। शहरी क्षेत्र में इस हफ्ते पूरे हो जाएंगे।