जेम पोर्टल में विक्रेताओं को खरीदारों से मिले 678 करोड़ का आर्डर
रायपुर
गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (जेम) पोर्टल के पंजीकृत खरीदारों से 678 करोड़ रुपये का आॅर्डर छत्तीसगढ़ के जेम पोर्टल में पंजीकृत विक्रेताओं को हुआ है जिसमें दिलचस्प बात यह है कि 94 प्रतिशत से अधिक आॅर्डर छत्तीसगढ़ राज्य के बाहर के खरीदारों द्वारा दिए गए हैं। जेम पोर्टल पर छत्तीसगढ़ के 67 हजार विक्रेता पंजीकृत है जिनमें 9 हजार से अधिक एमएसई फर्म हैं। उक्त जानकारी गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस, नई दिल्ली के निदेशक आयुष अग्रवाल ने पत्रकारवार्ता में दिए।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के जेम पोर्टल पर 67 हजार से अधिक विक्रेता पंजीकृत है जिनमें महिला उद्यमी, एमएसई, कारीगर, स्वयं सहायता समूह और स्टार्टअप शामिल हैं। छत्तीसगढ़ से 9 हजार से अधिक एमएसई फर्म हैं जो जेम पर पंजीकृत हैं। इन 9 हजार एमएसई फर्मों में से एक हजार से अधिक फर्म महिला एमएसई से संबंधित हैं और लगभग 460 एमएसई फर्म एससी/एसटी वर्ग से संबंधित हैं। जेम की स्थापना के बाद से, छत्तीसगढ़ में एमएसई फर्मों को जेम पर पंजीकृत खरीदारों से कुल 678 करोड़ का आॅर्डर मूल्य प्राप्त हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से 94 प्रतिशत से अधिक आॅर्डर छत्तीसगढ़ राज्य के बाहर के खरीदारों द्वारा दिए गए हैं। आयुष अग्रवाल ने बताया कि गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस देश का नेशनल पब्लिक प्रोक्योरमेंट पोर्टल, वस्तुओं और सेवाओं की खरीद के लिए एंड-टू-एंड आॅनलाइन मार्केटप्लेस है। इसे 9 अगस्त, 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था।
गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस के व्यवसाय सलाहकार, अमित उपाध्याय ने बताया कि जेम के खरीदार आधार में सभी केंद्र और राज्य सरकार के विभाग, सहकारी समितियां, केंद्रीय और राज्य स्वायत्त निकाय, केंद्रीय और राज्य सार्वजनिक उपक्रम और स्थानीय निकाय शामिल हैं। जेम विक्रेता संवाद का उद्देश्य जेम विक्रेताओं के साथ बातचीत करने और उन्हें नई जेम सुविधाओं और कार्यात्मकताओं के बारे में जागरूक करने के साथ हीसाथसंवाद के माध्यम से विक्रेताओं को अपने अनुभवसाझा करने के लिए एक मंच देना है। इस अवसर पर पत्र सूचना कार्यालय, रायपुर के निदेशक कृपा शंकर यादव ने बताया कि सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के खरीदारी के तरीके में आमूल-चूल परिवर्तन लाने के उद्देय से गनर्वनमेंट ई मार्केट की स्थापना की गयी थी। जेम कॉन्टैक्टलेस, पेपरलेस और कैशलेस है और तीन स्तंभों दक्षता, पारदर्शिता और समावेशितापर खड़ा है।
पत्र सूचना कार्यालय, रायपुर के उपनिदेशक, सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि वर्ष 2021-2022 में एक ही वित्तीय वर्ष में जेम ने खरीद मूल्य के एक लाख करोड़ रुपये के मील के पत्थर को पार कर लिया है। कुल मिलाकर, जेम ने 3.02 लाख करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के लेनदेन की सुविधा प्रदान की है। यह पूरे देश में खरीदारों और विक्रेताओं सहित सभी हितधारकों के समर्थन से ही संभव हुआ है। इस अवसर पर जेम में पंजीकृत विक्रेताओं के लिए खुला मंच का आयोजन किया गया, जिसमें विक्रताओं ने अपने विचार रखे ।
इस अवसर पर एमएसई पंजीकृत विक्रेता मेसर्स प्राइड 36 के मालिक ताहिर हुसैन ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2017 में जेम के माध्यम से अपना व्यवसाय शुरू किया और वर्तमान में उनका कारोबार 3 करोड़ से अधिक है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जेम के साथ, वह अब न केवल छत्तीसगढ़ में बल्कि पूरे देश से व्यवसाय प्राप्त करने में सक्षम हैं।