Yogi 2.0 सरकार में भी शीर्ष एजेंडे में शामिल है अयोध्या
लखनऊ
उत्तर प्रदेश के अयोध्या अपनी दूसरी पारी में योगी आदित्यनाथ सरकार का केंद्र बिंदु बना हुआ है, जैसा कि मार्च 2017 में शुरू हुए पहले कार्यकाल में था। पहले छह महीनों में योगी सरकार 2.0 ने वहां कई प्रोजेक्ट पूरे किए हैं। आने वाले समय में लोकसभा चुनाव 2024 से पहले यहां के कई प्रोजेक्ट पर पीएम मोदी की भी नजर है। केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार की कोशिश है कि चुनावी लिहाज से अहम परियोजनाओं को हर हाल में तेज गति से चलाकर समय के भीतर पूरा किया जाए। इसको लेकर योगी समय समय पर इन परियोजनाओं की समीक्षा भी करते रहते हैं।
अयोध्या में सरयू नदी तट पर भजन संध्या स्थल का निर्माण पूरा हो गया है। इसमें 5000 लोगों के बैठने की क्षमता है और यह शाम को दैनिक रामायण शो का स्थान है। क्वीन हीओ मेमोरियल पार्क का काम पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिवाली की पूर्व संध्या (23 अक्टूबर) को दीपोत्सव के अवसर पर एक उच्च स्तरीय दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति में पार्क का उद्घाटन करेंगे। स्मारक सरयू नदी के तट पर 21 करोड़ रुपये के बजट से बनाया गया है। योगी आदित्यनाथ और दक्षिण कोरिया की तत्कालीन प्रथम महिला किम जोंग-सूक ने नवंबर 2018 में दीपोत्सव समारोह के अवसर पर पार्क की आधारशिला रखी थी। स्मारक अयोध्या की राजकुमारी सुरीरत्न की यात्रा को चित्रित करता है, जिन्होंने कोरिया की यात्रा की थी और राजा किम सुरो से विवाह किया था और 48 ईस्वी में रानी हेओ ह्वांग-ओके बन गए थे। कई कोरियाई लोग अपने वंश को पौराणिक राजकुमारी से जोड़ते हैं।
अयोध्या में लता मंगेशकर चौक बनकर तैयार
नया घाट क्रॉसिंग का नाम बदलकर स्वर्गीय भारत रत्न लता मंगेशकर के नाम पर रखा गया है। क्रॉसिंग का नया स्वरूप तैयार करने का काम लगभग पूरा हो चुका है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 28 सितंबर को माधुर्य रानी के जन्मदिन या अगले महीने दीपोत्सव समारोह के दौरान इसका उद्घाटन कर सकते हैं।
चौक पर लगी सबसे बड़ी वीणा
14 टन वजनी और लगभग 12 मीटर लंबाई का शास्त्रीय भारतीय वाद्य यंत्र क्रॉसिंग पर स्थापित किया जाएगा। यह पिछले हफ्ते अयोध्या पहुंचा था। वीणा को मास्टर मूर्तिकार राम वनजी सुतार ने डिजाइन किया है, जिन्होंने गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति) को डिजाइन किया है। राम मंदिर की नींव और चबूतरे पर काम पूरा होने के बाद मंदिर के सुपर स्ट्रक्चर (मुख्य संरचना) का निर्माण शुरू हो गया है। मंदिर का गर्भगृह इसी मुख्य ढांचे का हिस्सा होगा।
अयोध्या में बन रहा श्रीराम एयरपोर्ट
अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट का निर्माण कार्य जोरों पर है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) निर्माण कार्य कर रहा है। श्री राम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, हवाई अड्डे का प्रवेश द्वार और टर्मिनल यात्रियों को रामायण युग का अहसास कराएगा। श्री राम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने कहा कि हवाई अड्डे की इमारत की ऊंचाई राम मंदिर के समान होगी। भगवान राम के मुख्य हथियार, धनुष और बाण और रामायण काल की कई अन्य कलाकृतियां हवाई अड्डे के लाउंज क्षेत्र की दीवारों पर प्रदर्शित होंगी। राज्य सरकार चाहती है कि अयोध्या हवाई अड्डा दिसंबर 2023 तक चालू हो जाए।