डोटासरा यह भूल जाते हैं कि उनके काले कारनामों की छाया जनता को अभी भी याद है : शिक्षा मंत्री मदन दिलावर
जयपुर/दौसा
शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री ने आज दौसा प्रवास के दौरान दौसा बायपास पर स्थित एक होटल में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म के साथ पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मंत्री दिलावर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा जो आए दिन ऊलजलूल बयानबाजी कर रहे हैं, वह उनकी बौखलाहट को दिखाता है। पुरानी कहावत है…. खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे…?
दिलावर का डोटासरा पर जमकर जुबानी हमला
जब कांग्रेस के पास माननीय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी की सरकार के खिलाफ बोलने को कुछ नहीं है तो कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा झूठे, मनगढ़ंत आरोप लगाकर जनता को उपचुनाव में बरगलाना चाहते हैं, लेकिन डोटासरा यह भूल जाते हैं कि उनके काले कारनामों की छाया जनता को अभी भी याद है और उपचुनाव में जनता डोटासरा की झूठ और अनर्गल बातों का करारा जवाब देगी।
भर्ती परीक्षा के पेपर बेचकर दलालों के जरिए की कमाई- दिलावर
पिछले 5 साल के शासन में कांग्रेस ने जिस बेरहमी से प्रदेश की जनता के साथ अन्याय और अत्याचार किया वह इतिहास में दर्ज होने लायक है। बेरोजगारों को भर्ती के नाम पर इतना ठगा कि जिसकी कोई तुलना नहीं की जा सकती। भर्ती परीक्षा के पेपर बेच बेरोजगारों के भविष्य में भी अपने दलालों के जरिए कमाई की और अब उपचुनाव को देखकर जनता को बेवकूफ बनाने के लिए भाजपा सरकार पर मनमाने झूठे आरोप लगा रहे हैं।
कांग्रेस के बनाए हुए नियमों के कारण समस्त पदोन्नतियां कोर्ट में अटकी- दिलावर
शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष यह भूल जाते हैं कि पिछले 5 साल प्रदेश में उनका ही शासन था। भाजपा सरकार को आए हुए तो अभी मात्र 10 महीने हुए हैं। 5 साल के कुशल को 10 महीना में सुधार जाना संभव नहीं है। यह प्रदेश की जनता अच्छी तरह से जानती है। मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि पिछले 4 वर्ष में कांग्रेस ने शिक्षकों की किसी भी तरह की पदोन्नति नहीं की। कांग्रेस के बनाए हुए नियमों के कारण समस्त पदोन्नतियां न्यायालय में अटकी पड़ी है और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हम पर आरोप लगा रहे हैं।
डोटासरा बताएं उन्होंने अपने कार्यकाल में शिक्षा विभाग में एक भी पदोन्नति क्यों नहीं की ?- शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री ने सवाल किया कि डोटासरा बताएं उन्होंने अपने कार्यकाल में शिक्षा विभाग में एक भी पदोन्नति क्यों नहीं की ? हमने 6300 व्याख्याताओं की वाइस प्रिंसिपल के पद पदोन्नति की। 11155 पदों के डीपीसी के प्रस्ताव RPSC को भेजे हुए है, जो माननीय न्यायालय के विचाराधीन वाद के कारण स्थगित है। सरकार लगातार प्रयास कर रही है, कि माननीय न्यायालय में मजबूत पैरवी कर अटकी हुई पदोन्नतियों का जल्दी से जल्दी निस्तारण किया जाए। तृतीय श्रेणी के 23 हजार शिक्षक अधिशेष है। जिनका समायोजन रिक्त पदों पर शीघ्र ही किया जा रहा है। आज दिनांक तक केवल स्कूल शिक्षा विभाग ने 13063 अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान की है। 5131 पदों पर भर्ती के लिए भर्ती एजेंसी को अर्थना भेज दी है। इस के अलावा 13821 पदों पर नवीन सीधी भर्ती की स्वीकृति हेतु प्रस्ताव शासन को प्रेषित कर दिए गए हैं जिनकी शीघ्र स्वीकृति मिलते ही भर्ती की जाएगी।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने डोटासरा से कर डाला ये सवाल ?
शिक्षा मंत्री ने पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर हमला बोलते हुए सवाल किया कि शायद वह यह नहीं जानते की रीट परीक्षा क्या होती है ? इसीलिए ऐसी बचकानी बात कर रहे है। रीट (REET)अध्यापक भर्ती पात्रता परीक्षा है। ना कि अध्यापक भर्ती परीक्षा ? मंत्रिमंडल आज्ञा 38/ 2022 दिनांक 5/3/2022 के अनुसार राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा रीट को पात्रता परीक्षा घोषित किया जा चुका है और इसमें सभी तरह के वेटेज को समाप्त किया जा चुका है तथा इसकी वैद्यता आजीवन की जा चुकी है। राज्य सरकार द्वारा प्राथमिक शिक्षा अध्यापक लेवल वन में महिलाओं को 50% आरक्षण दिए जाने का निर्णय लिया गया है, जिसके लिए पंचायती राज नियम 1996 के नियम 262 की विधान खंड 2 में संशोधन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है । उक्त संशोधन भविष्य में होने वाली अध्यापक सीधी भर्ती परीक्षाओं पर लागू होगा। उक्त संशोधन का राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा से कोई संबंध नहीं है। इसलिए डोटासरा जी को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। प्रदेशवासी बेरोजगार युवाओं की उनसे ज्यादा चिंता हमको है । कांग्रेसी धूल में लठ चलाकर प्रदेश की जनता की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश ना करें ।