विधायक लक्ष्मण बोले, रेट तय होना प्रजातंत्र के लिए ठीक नहीं
भोपाल
पंचायत चुनावों के परिणाम घोषित होने के साथ ही जनपद और जिला पंचायतों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का पद हासिल करने भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने जीते हुए उम्मीदवारों के साथ जोड़ तोड़ शुरू कर दिया है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों ने इसके लिए सभी जिला अध्यक्षों और जिले की कोर कमेटी को इस काम में लगाया है कि जीते हुए जनपद व जिला पंचायत सदस्यों की काउंसलिंग कर बीजेपी समर्थित अध्यक्ष निर्वाचित करने के लिए राजी करें। दूसरी ओर कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट के जरिये ग्रामीण सरकार के लिए की जाने वाली जोड़तोड़ को खरीद फरोख्त बताते हुए इस पर सवाल उठाए हैं।
विधायक सिंह ने गुरुवार को किए गए ट्वीट में कहा है कि शेयर मार्केट में कंपनी के शेयर के रेट खोले जाते हैं और कुछ वर्षों से राजनीति में भी एमएलए से लेकर जनपद, जिला पंचायत सदस्यों, पार्षदों के रेट भी खोले जा रहे हैं। यह प्रक्रिया चलती रही तो क्या प्रजातंत्र बचेगा? इस पर भाजपा प्रवक्ता हितेश वाजपेयी ने ट्वीट कर कहा है कि मतलब सभी कांग्रेस बिकने के लिए तैयार हैं। गौरतलब है कि गुरुवार को पंचायत चुनाव के तीनों ही चरणों में हुई वोटिंग के बाद पंच, सरपंच और जनपद सदस्य के चुनाव परिणाम घोषित होते ही जनपद अध्यक्ष के लिए जोर आजमाईश कर रहे भाजपा व कांग्रेस समर्थित दावेदार और उनके समर्थक अन्य जीतने वाले सदस्यों से बैठकें करने और उन्हें अध्यक्ष पद के निर्वाचन तक गोपनीय स्थान पर रखने की तैयारी में जुट गए हैं।