ब्रिटेन की राजकुमार केट मिडलटन कैंसर का इलाज कराकर सार्वजनिक कार्यक्रम में पहुंचीं, प्रिंस विलियम भी रहे साथ
लंदन.
ब्रिटेन की राजकुमारी केट मिडलटन ने इस साल कैंसर के इलाज के बाद शनिवार को लंदन में एक स्मृति दिवस कार्यक्रम में भाग लिया। वह रॉयल अल्बर्ट हॉल में लाल पोस्त से सजे काले कपड़े पहनकर पहुंचीं, जो उन लोगों के सम्मान का प्रतीक बन गया, जिन्होंने युद्ध में अपनी जान गंवाई है। इस कार्यक्रम में उनके साथ उनके पति प्रिंस विलियम और शाही परिवार के अन्य सदस्य भी थे।
कुछ समय बाद किंग चार्ल्स भी शामिल हुए, जबकि उनकी पत्नी रानी कैमिला कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं। कैमिला हाल ही में सीने में संक्रमण की बीमारी से उबरी हैं। वेल्स की राजकुमारी केट ने सितंबर में बताया था कि उनका कीमोथेरेपी का इलाज पूरा हो गया है, लेकिन पूरी तरह से ठीक होने में समय लगेगा। उस समय, उन्होंने कहा था कि वह साल के अंत तक कुछ सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेंगी। अक्तूबर में उनकी आखिरी सार्वजनिक उपस्थिति थी, जब उन्होंने तीन युवा लड़कियों के शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात की। इन लड़कियों की उत्तर पश्चिमी इंग्लैंड में एक नृत्य कक्षा में हत्या कर दी गई थी। बकिंघम पैलेस ने शुक्रवार को कहा कि स्मृति दिवस पर, केट ने सेनोटाफ युद्ध स्मारक पर होने वाले मुख्य समारोह में शामिल होने की उम्मीद जताई है, जहां प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति के दिन शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है। यह समारोह 11 नवंबर को आयोजित किया जाता है।
अगले सप्ताह अपने सार्वजनिक कर्तव्यों पर लौट सकती हैं रानी कैमिला
इसके अलावा, पैलेस ने कहा कि कैमिला अगले सप्ताह की शुरुआत में अपने सार्वजनिक कर्तव्यों पर लौट सकती हैं। डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है, जिसके चलते वह इस सप्ताह अपनी नियोजित गतिविधियों में शामिल नहीं हुईं। बकिंघम पैलेस के अनुसार, कैमिला स्मृति दिवस को निजी तौर पर घर पर मनाएंगी।
पिछला साल जीवन का सबसे कठिन समय था: प्रिंस विलियम
वहीं, प्रिंस विलियम ने बृहस्पतिवार (स्थानीय समयानुसार) को दक्षिण अफ्रीका में मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछला साल उनके जीवन का सबसे कठिन था, क्योंकि उनकी पत्नी केट और उनके पिता किंग चार्ल्स कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे।
पर्यावरणीय समस्याओं से निपटने के लिए प्रिंस ने किया दक्षिण अफ्रीका का दौरा
प्रिंस विलियम ने अपने मल्टीमिलियन डॉलर के 'अर्थशॉट पुरस्कार' के तहत दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया, ताकि वह पर्यावरणीय समस्याओं से निपटने के लिए नए उपायों को बढ़ावा दे सकें। यह यात्रा जलवायु से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित थी। ब्रिटिश मीडिया में शनिवार को प्रकाशित एक बयान में प्रिंस विलियम ने कहा कि जब वह दक्षिण अफ्रीका छोड़ने की तैयारी कर रहे थे, तो वह अपने सार्वजनिक कर्तव्यों को पिछले समय से अलग तरीके से निभाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'मैं इसे शायद एक छोटे से 'रॉयल' तरीके से कर रहा हूं। यह अब केवल शाही कार्य नहीं है, बल्कि यह लोगों की मदद करने, सहयोग करने और सकारात्मक प्रभाव बनाने के बारे में है।'