राजस्थान-जयपुर में युवा दे रहे एसआई भर्ती परीक्षा रद्द कराने धरना, पानी की टंकी पर चढ़कर मनाने पहुंचे किरोड़ी मीणा
जयपुर.
एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग लेकर रविवार दोपहर जयपुर के हिम्मत नगर इलाके में बनी पानी की टंकी पर चढ़े दो युवा करीब 48 घंटे बाद नीचे उतर आए हैं. किरोड़ी लाल मीणा खुद सीढ़ी की मदद से पानी की टंकी पर चढ़े और युवाओं को समझाया. इसके बाद वे नीचे उतरने के लिए मान गए. तुरंत ही एक क्रेन की मदद से भाजपा नेता समेत दोनों युवाओं को नीचे उतार लिया गया.
पानी की टंकी से नीचे उतरने के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, 'इन दोनों युवकों की सभी मांगों को लेकर मैं 14 नवंबर को सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात करूंगा, और उन पर बात करूंगा. एसआई भर्ती परीक्षा की हर पहलू से जांच की जाएगी. हमने 50 से ज्यादा ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया है. उपचुनाव के बाद इस मामले में कोई फैसला लिया जाएगा.'
'बेइमानी नहीं होती तो आज ये थानेदार होते'
किरोड़ी ने बताया कि पानी की टंकी पर चढ़े युवाओं में से एक विकास बिधूड़ी है, जो 7 नंबर से परीक्षा पास नहीं कर पाया. वहीं दूसरा अभ्यर्थी लादू गोदारा है, जो महज तीन नंबर से परीक्षा पास नहीं कर सका. ये वो महनती बच्चे हैं, अगर पिछले राज में ये बेईमानी नहीं होती. पेपर माफिया पैदा नहीं होते तो आज ये लोग थानेदार होते.
खाना-पानी साथ लेकर चढ़े किरोड़ी लाल मीणा
आज सुबह इन युवकों ने एक वीडियो जारी करके कहा था कि उन्होंने रविवार दोपहर से कुछ नहीं खाया है. मंगलवार सुबह पुलिस प्रशासन ने उन्हें पीने के लिए पानी भिजवाया था. लेकिन, उन्होंने पानी नहीं पीया. उन्होंने आरोप लगाया कि हमें पानी में कुछ मिलाकर दिया गया, हम पानी नहीं पी पा रहे हैं. इसीलिए युवकों को मनाने पानी की टंकी पर चढ़ते वक्त किरोड़ी लाल मीणा उनके लिए पानी और खाना साथ लेकर गए थे.
कमेटी की रिपोर्ट पर सीएम लेंगे आखिरी फैसला
बताते चलें कि राज्य सरकार ने यह परीक्षा रद्द करने या न करने का फैसला करने के लिए 1 अक्टूबर को 6 मंत्रियों की एक कैबिनेट समिति बनाई थी. इस परीक्षा में 800 से अधिक अभ्यर्थी चयनित हुए थे और पुलिस अकादमियों में प्रशिक्षण ले रहे थे. लेकिन पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद इनमें से 50 ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया गया. मामले की जांच SOG कर रही है. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सीएम भजनलाल शर्मा आखिरी फैसला लेंगे.