छत्तीसगढ़ को दो श्रेणियों में आयुष्मान उत्कृष्टता पुरस्कार मिला
रायपुर
छत्तीसगढ़ आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में देशभर में सबसे ज्यादा शासकीय अस्पतालों को पंजीकृत करने वाला राज्य बन गया है। वहीं आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से महिलाओं का इलाज करने में भी छत्तीसगढ़ देश में अव्वल है। इसके लिए रविवार को दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ को दो श्रेणियों में आयुष्मान उत्कृष्टता पुरस्कार मिला है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के नेतृत्व में आयुष्मान भारत के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी प्रदेश लगातार कीर्तिमान रच रहा है। रविवार 26 सितंबर को दिल्ली में आयोजित आरोग्य मंथन कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर के दो पुरस्कार मिले हैं।
दिल्ली में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के 4 वर्ष पूरे होने पर और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के एक वर्ष पूरे होने पर दो दिवसीय आरोग्य मंथन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस दौरान राज्य में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से उपचारित कुल हितग्राहियों में से 58 फीसदी महिलाओं का इलाज किया गया है। लैंगिक समानता को ध्यान में रखते हुए महिलाओं को इतनी बड़ी संख्या में योजना के माध्यम से उपचार देने वाला देश का ये इकलौता राज्य है। इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने प्रदेश को आयुष्मान उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किया है।
इसके साथ ही आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में छत्तीसगढ़ ने 9 हजार से ज्यादा शासकीय अस्पतालों का पंजीयन कर लिया है। इसके लिए भी राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने पर आयुष्मान उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाजा गया है। छत्तीसगढ़ की ओर से सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग आर. प्रसन्ना, मुख्य कार्यपालन अधिकारी सह संचालक स्वास्थ्य सेवाएं भीम सिंह, उपसंचालक राज्य नोड़ल एजेंसी डॉ श्रीकांत राजिमवाले ने यह पुरस्कार केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के हाथों ग्रहण किया। इस दौरान नीति आयोग के अधिकारी, अन्य राज्यों से आए स्वास्थ्य महकमे के सचिव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी समेत योजना से जुड़े हुए देशभर के प्रतिनिधि मौजूद थे। नई दिल्ली स्थित अशोका होटल में दो दिवसीय आरोग्य मंथन 2022 का आयोजन हुआ। 25 सितंबर और 26 सितंबर को दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
क्या है डिजिटल मिशन
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ कार्ड बनाए जाने हैं। जिसके जरिए मरीज के जांच संबंधित सारे दस्तावेज आॅनलाइन उपलब्ध रहेंगे। कार्ड के माध्यम से इन दस्तावेजों को किसी भी अस्पताल के चिकित्सक देख सकेंगे। साथ ही अपने मोबाइल पर मरीज खुद भी अपनी जांच संबंधित सभी दस्तावेज देख सकेगा। मरीज को दस्तावेजी औपचारिकताओं से ये इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ कार्ड निजात दिला देगा। इस दिशा मे छत्तीसगढ़ तेजी से काम कर रहा है। जिसके सकारात्मक परिणााम राज्य के निवासियों को बहुत जल्द नजर आने लगेंगे।