महामाया मंदिर में करोना काल के बाद 9332 मनोकामना ज्योति महामाया मंदिर में करोना काल के बाद 9332 मनोकामना ज्योति
रायपुर
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित है हैहयवंशी काल की सिद्ध पीठ राजराजेश्वरी महामाया मंदिर में करोना काल के बाद 9332 मनोकामना ज्योति तथा डेढ़ सौ आजीवन ज्योति प्रज्वलित कराए गए। न्यास समिति के सचिव व्यास नारायण तिवारी एवं न्यासी पं विजय कुमार झा ने बताया है कि आज दोपहर अभिजीत मुहूर्त में ज्योति प्रज्वलित करने का शुभ मुहूर्त 11:36 से 12-46 तक पूजा अर्चना के साथ ज्योति प्रज्वलित कराए गए। आदि काल से परंपरा के अनुरूप कुंवारी कन्या की पूजा कर उसमें मां भगवती का स्वरूप स्वीकार करते हुए कुंवारी कन्या से ही प्रथम ज्योति प्रज्ज्वलित कराई जाती है, तत्पश्चात उस ज्योति को मां भगवती महामाया के पास अर्पित कर उनसे प्रार्थना की जाती है कि हे भगवती सभी भक्त जनों का मनोकामना पूर्ण करें।
जम्मू कश्मीर, दुबई सहित विदेशों से भी मां भगवती के श्रद्धालुओं ने मनोकामना ज्योति प्रज्ज्वलित कराई है। बस्तर दशहरा उत्सव में काछन देवी कुमारी कन्या को कांटों पर लिटा कर जिस प्रकार दशहरा की अनुमति ली जाती है, उसी प्रकार महामाया मंदिर में कुंवारी कन्या के हंस्ते ज्योति प्रज्वलित करा कर यह कल्पना की जाती है कि कुंवारी कन्या स्वरूपा साक्षात मां भगवती स्वयं आकर ज्योति को प्रज्ज्वलित की है। आज से मंदिर में 24 घंटा श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। जिला प्रशासन के अनुमति व गाइडलाइन का पालन यहां समिति के अध्यक्ष आनंद शर्मा, वरिष्ठ सदस्य ललित तिवारी, दुर्गा प्रसाद पाठक, शेखर दुबे, कृपाराम यदु, महेंद्र पाठक, उपेंद्र शुक्ला, सत्यनारायण अग्रवाल ने, विजय अग्रवाल, कुंज लाल यदु सूरज फुटान, द्वारा संचालित की जाती है। मंदिर के मुख्य आचार्य पुजारी पं श्रीकांत पांडे, लक्ष्मी कांत पांडे, पं मनोज शुक्ला सहित आचार्य गण पूजा-पाठ व्यवस्था में मां भगवती के श्रृंगार में तल्लीन रहते हैं।