पिता की बेटे का चेहरा देखने से पहले ही मौत, नामकरण भी नहीं हुआ था; अनियंत्रित कंटेनर बना काल
पानीपत.
जीटी रोड पर अनियंत्रित कंटेनर के कुचलने से पांच की मौत के मामले में शुक्रवार को पांचवें राहगीर की भी शिनाख्त हो गई है। मृतक राजेश (30) मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के गांव बरुहा का निवासी था। फिलहाल वह पानीपत के कृष्णपुरा में रहता था और कंबल बनाने का कारीगर था। डेढ़ माह पहले ही उसका बेटा हुआ था। बेटे का अभी तक चेहरा भी नहीं देखा था और न ही नामकरण किया था।
इससे पहले ही अनियंत्रित कंटेनर ने उसकी जान ले ली। मृतक राजेश के छोटे भाई रमेश ने बताया कि उन्हें वीरवार शाम सूचना मिली थी कि हादसे में राजेश की जान चली गई है। इस पर वह गांव बरुहा से शुक्रवार सुबह पानीपत पहुंचे। वहीं मलिक पेट्रोल पंप के सामने सड़क पार करते समय अनियंत्रित कंटेनर ने उसे कुचल दिया। उसकी पत्नी मुन्नी और चार बच्चे गांव में ही रहते है। चार बच्चों में दो बेटे हैं और दो बेटी नैना, सुनैना है। छोटा बेटा डेढ़ माह का है। वहीं चांदनीबाग थाना पुलिस ने बताया कि उन्हें मृतक राजेश के पास एक फोन मिला था, जो पूरी तरह टूट चुका था। उन्होंने फोन से सिम निकालकर दूसरे फोन में डाली तो उसमें उन्हें जीजा सुखराम का नंबर मिला। उस पर फोन कर उन्होंने हादसे की सूचना दी।
यह था मामला
नशेड़ी चालक मेवात के बगोला गांव के मोहम्मद साहिर ने वीरवार सुबह 10:45 बजे कंटेनर झट्टीपुर से गलत दिशा में जीटी रोड पर चंडीगढ़ की ओर दौड़ा दिया। सबसे पहले सिवाह गांव के पास पीर के सामने बाइक सवार विराट नगर निवासी शुभम कनोजिया (27) को कुचल दिया। 200 मीटर आगे गांव नांगलखेड़ी के सामने बाइक सवार अनिकेत उर्फ अंकित और उसके दोस्त सूरज (26) को कुचला।
कंटेनर चालक नहीं रुका और आगे मलिक पेट्रोल पंप के सामने सेक्टर 25 कट के पास हाईवे पार कर रहे बहराइच जिले के बरुहा गांव निवासी राजेश को कुचल दिया। और 100 मीटर आगे होटल गोल्ड के पास बाइक सवार दिल्ली के किराड़ी निवासी राजेंद्र को कुचल दिया।
राजेंद्र की पत्नी ने भी दो माह पहले जन्मा था बेटा
ताई के निधन की सूचना पर घर लौट रहे राजेंद्र की भी मौत दिल्ली के किराडी क्षेत्र के प्रताप विहार निवासी ललित मोहन ने बताया कि उसका भाई राजेंद्र (36) गोदामों में जाल लगाने का काम करता था। गत तीन-चार दिन से वह पानीपत में एक साइट पर काम कर रहा था। वीरवार को उनके घर रह रही ताई बसंती की बीमारी के चलते मौत हो गई।
इस सूचना पर काम से फ्री होने के बाद राजेंद्र बाइक पर घर लौट रहा था। होटल गोल्ड के सामने पहुंचते ही गलत दिशा से आ रहे कंटेनर ने उन्हें कुचल दिया। राजेंद्र शादीशुदा था। उसके दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी पांच वर्षीय विद्या और छोटा बेटा दो माह का चेतन है। उससे 100 मीटर पहले कंटेनर ने सड़क पार कर रहे राजेश को कुचला।