फिर समीर की गिरफ्तारी, AAP को आशंका- अब सिसोदिया की बारी
नई दिल्ली
दिल्ली के शराब घोटाले में गिरफ्तारी का सिलसिला शुरू हो गया है। मंगलवार को सीबीआई ने आम आदमी पार्टी के लिए काम करने वाले कारोबारी विजय नायर को गिरफ्तार किया तो बुधवार को ईडी ने शराब कारोबी समीर महेंद्रू को गिरफ्तार कर लिया है। अरविंद केजरीवाल की पार्टी को आशंका है कि अब उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को अरेस्ट किया जा सकता है। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि अब मनीष सिसोदिया को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह तक सिसोदिया को गिरफ्तार किया जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि विजय नायर पर सिसोदिया का नाम लेने का दबाव डाला जा रहा है।
संजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार बढ़ती लोकप्रियता की वजह से आम आदमी पार्टी को कुचलना चाहती है। अरविंद केजरीवाल को रोकना चाहती है। उन्होंने कहा, ''विजय नायर पर दबाव बनाते थे कि मनीष सिसोदिया का नाम लो। मनीष सिसोदिया को फंसाना है, कैसे जेल में डालना है। इनका यही काम है। पहले सत्येंद्र जैन को एक फर्जी मामले में कई महीनों से गिरफ्तार करके जेल में रखा, फिर अमानतुल्लाह खान को जेल में रखा अब विजय नायर को गिरफ्तार कर लिया। विजय नायर का शराब नीति से क्या लेना देना है, उसको शराब घोटाले के मामले में गिरफ्तार कर लिया और दबाव बना रहे हैं कि सिसोदिया का नाम लो। पहले सत्येंद्र जैन, फिर अमानतुल्लाह खान फिर विजय नायर और अगले सप्ताह मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लेंगे।''
संजय सिंह ने कहा कि दो तीन बार छापेमारी की गई विजय नायर के यहां, कुछ नहीं मिला। घंटों-घंटों रोज बुलाकर पूछताछ की। कुछ हासिल नहीं हुआ, मकसद क्या था, मनीष सिसोदिया का नाम लो, जिससे सिसोदिया पर कार्रवाई में आसानी हो। किसी पर भी दबाव डालकर, गिरफ्तार करके आप झूठा बयान दिलवा सकते हैं। संजय सिंह ने कहा कि भाजपा आम आदमी पार्टी को कुचलने की मुहिम चला रही है।
गौरतलब है कि दिल्ली में कथित शराब घोटाले की सीबीआई और ईडी जांच कर रही है। केंद्रीय जांच एजेंसियों ने मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर एक बनाया है, जोकि दिल्ली के आबकारी मंत्री भी हैं। बीजेपी की शिकायत पर एलजी वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी कह चुके हैं कि सीबीआई सिसोदिया को गिरफ्तार कर सकती है। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार का काम रोकने के लिए उनके मंत्रियों को झूठे मुकदमों में फंसाकर जेल में डाला जा रहा है।