November 26, 2024

राजस्थान-उदयपुर के सिटी पैलेस में भिड़े महाराणा प्रताप के वंशज, राजतिलक की तैयारी के बीच उपजा आक्रोश

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उदयपुर.

पूर्व मेवाड़ राजघराने के विश्वराज सिंह मेवाड़ के सोमवार को हुए राजतिलक के बाद उदयपुर में सिटी पैलेस स्थित कुलदेवता के दर्शन की मांग को लेकर चल रहे दबाव के बीच देर रात मामले ने हिंसक रूप धारण कर लिया। विश्वराज सिंह समर्थक जब देर रात सिटी पैलेस के मुख्य द्वार पर पहुंचे तो सिटी पैलेस के अंदर से परिवार के अन्य सदस्यों के समर्थकों द्वारा पथराव कर दिया। मामला गरमा गया।

इधर, स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन को रिसीवर नियुक्त करना पड़ा। विवादित स्थल को लेकर कुर्की के आदेश जारी किए गए।
बता दें कि सोमवार को चित्तौड़गढ़ में राजतिलक के बाद विश्वराज सिंह उदयपुर स्थित सिटी पैलेस में अपने कुल देवता के दर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए जाने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही उनके चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ के नेतृत्व वाली महाराणा मेवाड फाउंडेशन ने सिटी पैलेस में किसी के भी अनाधिकृत प्रवेश पर रोक लगा दी। इसी बात को लेकर राजपूत समाज के एक खेमे में आक्रोश व्याप्त हो गया। नोटिस के बाद  सिटी पैलेस पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। शाम को जब विश्वराज सिंह मेवाड़ चित्तौड़गढ़ से उदयपुर सिटी पैलेस में दर्शन के लिए पहुंचे तो दरवाजे बंद मिले, इससे राजपूत समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। बड़ी संख्या में लोग सिटी पैलेस के बाहर जुटे रहे और विश्वराज सिंह को कुलदेवता के दर्शन के लिए अनुमति देने की मांग करते रहे। सिटी पैलेस में रह रहे अरविंद सिंह मेवाड़ के परिवार की ओर से इसकी अनुमति नहीं मिलने के बाद लोग पुलिस का गहरा तोड़कर जगदीश मंदिर छोड़ के मुख्य दरवाजे की ओर बढ़े। इसके बाद सिटी पैलेस के अंदर से पथराव शुरू हो गया। इसके बाद बात और बिगड़ती चली गई, दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। समझाइश की कोशिश कर रहे प्रशासन के अधिकारी भी मामले में बेबस दिखे। ऐसे में देर रात को जिला प्रशासन की ओर से विवादित स्थल के लिए रिसीवर नियुक्त कर दिया गया। विवादित जमीन को कुर्क करने का आदेश जारी किया गया। रात करीब 1:30 बजे विश्वराज सिंह और उनके समर्थक वहां से चले गए। बताया जा रहा है कि मंगलवार को दोपहर 12:30 बजे एक बार फिर सर्व समाज के लोग सिटी पैलेस के बाहर जुटेंगे, ऐसा बताया गया। प्रशासन द्वारा रिसीवर नियुक्त किए जाने के बाद पूरी संभावना है कि अब विश्वाराज सिंह कुलदेवता के दर्शन कर सकेंगे। सोमवार रात को विश्वराज सिंह मेवाड़ ने अपने बयान में कहा कि जो कुछ भी हुआ, उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार हैं। यह परिवार की परंपरा है कि हम कुल देवता के यहां माथा टेके। इसके लिए रोकना पूरी तरह से गलत है। एकलिंग जी की सभी पर कृपा बनी रहे।

प्रतीकात्मक महाराणा बने विश्वराज सिंह
बता दें कि पिछले दिनों मेवाड़ राज परिवार के जस्ट पुत्र महेंद्र सिंह मेवाड़ का निधन हो गया था। मेवाड़ राज परिवार की परंपरा के अनुसार महेंद्र सिंह मेवाड़ के पुत्र विश्वराज सिंह का चित्तौड़गढ़ स्थित फतेह प्रकाश महल में राजतिलक समारोह आयोजित किया गया। राजतिलक समझ में विभिन्न राजघरणाओं के सदस्य और बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और लोग शामिल हुए थे।

सार्वजनिक सूचना के बाद बिगड़ी बात
सोमवार को ही विभिन्न समाचार पत्रों में उनके चचेरे भाई और वर्तमान में सिटी पैलेस में निवास कर रहे महेंद्र सिंह मेवाड़ के छोटे भाई अरविंद सिंह मेवाड़ की अध्यक्षता वाली महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल ट्रस्ट फाउंडेशन की ओर से एक आम सूचना जारी की गई। जिसमें सिटी पैलेस में किसी भी तरह से अनादिकृत प्रवेश पर रोक की बात कही गई। दूसरी और राजतिलक के बाद विश्वराज सिंह मेवाड़ का सिटी पैलेस में अपने कुल देवता के दर्शन करने और आशीर्वाद लेने जाने का कार्यक्रम था।

40 साल से है राज परिवार में विवाद
मेवाड़ राज परिवार के दिवंगत महेंद्र सिंह मेवाड़ और उनके छोटे भाई अरविंद सिंह मेवाड़ में पिछले करीब 40 सालों से प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है। राज परिवारों में बड़े पुत्र को ही उत्तराधिकारी माना जाता है, जबकि अरविंद सिंह मेवाड़ अपने पिता की वसीयत के आधार पर सिटी पैलेस में अपने परिवार सहित निवास करते हैं। वहीं महेंद्र सिंह मेवाड़ का परिवार सिटी पैलेस के समीप समोर बाग में निवास करता है।

विश्वराज समर्थक कब्जा नहीं कर ले, इसी डर से जारी की सूचना
इधर, माना जा रहा है कि सिटी पैलेस में अनधिकृत प्रवेश की सूचना इसलिए जारी की गई थी, कि राजतिलक के दिन बड़ी संख्या में राजपूत एकत्रित हुए। शायद अरविंद सिंह मेवाड़ के परिवार को आशंका थी कि कहीं विश्वाराज सिंह समर्थक सिटी पैलेस पर कब्जा नहीं कर ले। इसलिए राजतिलक से पहले ही सिटी पैलेस में प्रवेश पर रोक लगा दी गई और मुख्य द्वार बंद कर दिए गए।

लोअर कोर्ट से जीत चुके हैं महेंद्र सिंह मेवाड़
करीब चार दशक तक कैसे चलने के बाद 2020 में उदयपुर की लोअर कोर्ट से विश्वराज सिंह के पिता महेंद्र सिंह मेवाड़ और उनकी बहन के पक्ष फैसला आया था, लेकिन अरविंद सिंह मेवाड़ द्वारा अपर कोर्ट में अपील की गई है और सुनवाई जारी है।

नाथद्वारा से विधायक है विश्वराज सिंह
महेंद्र सिंह मेवाड़ के पुत्र विश्वराज सिंह वर्तमान में नाथद्वारा से विधायक हैं। वहीं उनकी पत्नी महिमा कुमारी सिंह राजसमंद लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। दोनों दंपति भाजपा से चुने गए हैं।

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