बजरंग पूनिया पहुंचे खनौरी बॉर्डर पर : बोले- किसान को उठाकर ले जाना बर्दास्त के बाहर, किसानों के लिए लड़ूंगा
खनौरी.
फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी और कर्ज माफी समेत कई मांगों के लिए खनौरी बॉर्डर पर आज से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। डल्लेवाल को हिरासत में लिए जाने के बाद माहौल गरमा गया है। इस घटना के बाद मंगलवार को कांग्रेस नेता और पहलवान बजरंग पुनिया खनौरी बॉर्डर पहुंचे। बजरंग पुनिया ने कहा कि किसान नेता डल्लेवाल को बिना वजह हिरासत में लेना निंदनीय है। यह बर्दाश्त के बाहर है। बजरंग पुनिया ने कहा कि वह किसानों के धरने में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे हैं।
कांग्रेस नेता व पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि कल रात जो हुआ वह निंदनीय है। खनौरी बॉर्डर पर किसान शांतिपूर्ण अपना विरोध कर रहे हैं। किसान यहां पिछले 9 महीने से शांति से बॉर्डर पर बैठे हैं। ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल किसानों की मांगों को लेकर भूख हड़ताल शुरू करने वाले थे। इससे पहले ही उन्हें आधी रात गिरफ्तार कर लिया गया। यह बर्दाश्त के बाहर है। किसी विरोध प्रदर्शन में घुसना और किसी को गिरफ्तार करना निंदनीय है। मैं एक किसान परिवार से हूं इसलिए मैं हमेशा किसानों के साथ खड़ा रहूंगा।
किसानों की मांगें जायज- पूनिया
पूनिया ने कहा कि जो किसानी नहीं करता वो भी अनाज खाता है। किसान ही सबका पेट भर रहा है। जो सोशल मीडिया पर किसानों के खिलाफ बकवास करते हैं वे भी किसान का उगाया अनाज खाते हैं। जिस दिन किसान अनाज उगाना बंद कर देगा तो सभी भूखे मर जाएंगे। किसानों की मांगें जायज है। उन्होंने कहा कि इस देश में ऐसा माहौल है कि जो भी आवाज उठाते हैं चाहे वे किसान हैं, जवान हैं या पहलवान हैं उन्हें घसीटा जा रहा है और पीटा जा रहा है। आज संविधान दिवस है और पंजाब पुलिस और सरकार जो कर रहे हैं वे लोकतंत्र की हत्या है।
पंधेर बोले- केंद्र को दिया 10 दिन का समय
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल की गिरफ्तारी के बाद सुरजीत सिंह हरदो झंडा कुछ देर में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे। केंद्र सरकार या पंजाब सरकार ने जगजीत सिंह डल्लेवाल को रात 2.30 बजे गिरफ्तार किया है। ऐसा कर वे दोनों मंचों की रणनीति को विफल करना चाहते थे और हमारी अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त करना चाहते थे। हमने केंद्र को 10 दिन का समय दिया है। केंद्र बातचीत के लिए अपने द्वार खोले। किसानों के द्वार हमेशा खुले हैं। हम 6 दिसंबर को शंभू से दिल्ली तक मार्च करेंगे। उन्होंने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल भी शुरू कर दी है।