चंडीगढ़ ब्लास्ट की जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ ने ली, जांच में जुटी पुलिस
चंडीगढ़
सेक्टर 26 में स्थित दि ओरा क्लब के बाहर बाइक पर आए दो युवकों ने दो धमाके कर दिए। इन धमाकों में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है मगर क्लब के शीशे टूट गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, इन धमाकों की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप के गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने ली है। फेसबुक पर की गई पोस्ट में गोल्डी बराड़ ने कहा कि क्लब मालिकों से प्रोटेक्शन मनी मांगी गई थी, मगर उन्होंने कहा कि उन्हें फोन की घंटी सुनाई नहीं दी। इसलिए उनके कान खोलने के लिए यह धमाके किए गए हैं।
फेसबुक पर लिखी पोस्ट
गोल्डी बराड़बराड़ नामक फेसबुक प्रोफाइल द्वारा लिखा गया कि हां जी, शत श्री अकाल जी सभी को, जो सोमवार रात को दो धमाके हुए हैं। उसकी जिम्मेदारी मैं (गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा- लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप) ले रहे हैं। पहला, सेलेवाइल रेस्ट्रोरेंट, जिसका ऑनर रैपर बादशाह है। दूसरा, दे ओरा क्लब सेक्टर 36 चंडीगढ़, के ऑनर को प्रोटेक्शन मनी के लिए मैसेज किया था। लेकिन इन्हें फोन की रिंग नहीं सुनाई दी। लेकिन इनके कानों को खोलने के लिए ऐसा किया गया। जो भी हमारे कॉल को इग्नोर कर रहे हैं। वे भी समझ जाएं
जांच में जुटी पुलिस
चंडीगढ़ के पुलिस उपाधीक्षक दिलबाग सिंह धालीवाल के अनुसार, पुलिस को आज सुबह करीब 3:25 बजे कॉल मिली। उन्होंने कहा कि कॉल के दौरान कॉलर ने बताया कि यहां धमाके से जुड़ी वारदात घटी है। धालीवाल ने कहा कि मौके पर पहुंचने पर जांच अधिकारी ने घटनास्थल पर टूटे हुए शीशे देखे। डीएसपी ने कहा कि इसके बाद पुलिस जांच बल जांच पड़ताल में जुट गए। वहीं, रेस्टोरेंट के एक कर्मचारी पूरन ने बताया कि विस्फोट सुबह करीब 3.15 बजे हुआ और कोई घायल नहीं हुआ क्योंकि उस समय रेस्टोरेंट बंद था। जब यह धमाका हुआ हमें जोरदार विस्फोट की आवाज आई। बाहर आकर देखा तो दरवाजे के शीशे टूटे हुए थे, जिसके बाद हमने पुलिस में शिकायत की। विस्फोट के समय रेस्टोरेंट के अंदर 7-8 कर्मचारी थे। कोई घायल नहीं हुआ। सीसीटीवी काम नहीं कर रहा है। घटना सुबह करीब 3:15 बजे हुई जब रेस्टोरेंट बंद था
सितंबर माह में भी हुआ था हमला
सितंबर में चंडीगढ़ के पॉश इलाके सेक्टर 10 में एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी के घर पर कम तीव्रता का विस्फोट हुआ था। ग्रेनेड हमला 11 सितंबर को शाम करीब 5.30 बजे हुआ और विस्फोट के कारण खिड़कियों और फूलों के गमलों को नुकसान पहुंचा। पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ संयुक्त अभियान में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
उन्होंने दावा किया कि इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) समर्थित पाकिस्तान स्थित आतंकवादी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और अमेरिका स्थित हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया ने इस ऑपरेशन की साजिश रची थी। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने तब कहा कि गिरफ्तार किए गए दो लोगों में से एक रोहन मसीह है, जो अमृतसर के पासिया गांव का निवासी है। डीजीपी ने एक बयान में कहा कि पुलिस ने उसके कब्जे से गोला-बारूद के साथ एक अत्याधुनिक 9 एमएम ग्लॉक पिस्तौल बरामद की है।