झारखंड- में हर पांच विधायक पर एक मंत्री होगा, झामुमो के मंत्रिमंडल फॉर्मूले से कांग्रेस को नुकसान!
रांची.
झारखंड विधानसभा चुनाव में झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला। इसी के साथ राज्य में एकबार फिर झामुमो गठबंधन की सरकार बन गई। हेमंत सोरेन चौथी बार मुख्यमंत्री बने। अब राज्य में मंत्रिमंडल के विस्तार पर चर्चा जारी है। मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर झामुमो नेता मनोज पांडे ने प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने बताया कि वे झारखंड में एक संतुलित मंत्रिमंडल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। झामुमो नेता ने बताया कि पांच विधायकों पर एक नेता के फॉर्मुले पर चर्चा हुई। ऐसे में मंत्रियों की संख्या बढ़ जाएगी।
संतुलित मंत्रिमंडल बनाने का प्रयास: मनोज पांडे
झारखंड मंत्रिमंडल (कैबिनेट) के विस्तार पर झामुमो नेता मनोज पांडे ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, हमारे मुख्यमंत्री झारखंड में जल्द से जल्द एक संतुलित मंत्रिमंडल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि हमारे सहयोगी पार्टियों को विश्वास मिले कि वे भी निर्णय लेने में शामिल हैं। मुझे लगता है कि दो से तीन दिनों के भीतर मंत्रिमंडल का गठन हो जाएगा। हम यह सोच रहे हैं कि कैसे सभी वर्गों को प्रतिनिधि दिया जाए। हमारे में कैबिनेट में अनुभवी महिला सशक्तिकरण और युवा उत्साह शामिल होगा। सबसे महत्वपूर्ण चीज संतुलन है, जिससे कि सभी झारखंडी को लगे कि कैबिनेट में उनका प्रतिनिधित्व है।
मनोज पांडे ने कहा, पांच विधायकों पर एक मंत्री के फॉर्मुले पर चर्चा जारी है। ऐसे में हमारे मंत्रियों की संख्या बढ़ जाएगी। एक कैबिनेट भी बढे़गा। हमारे पास 34 विधायक हैं. कुल विधायकों की संख्या 56 हैं। अगर हम 11 मंत्रियों का गुणा करें तो 55 होते हैं। कैबिनेट को अंतिम रूप देने का यह एक आदर्श तरीका होगा, लेकिन यह उच्च स्तरीय अधिकारियों का निर्णय होगा। मैं सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच हुई चर्चा को साझा कर रहा हूं।
झामुमो ने 34 सीटों पर हासिल की जीत
झामुमो नेता अंतिम निर्णय हेमंत सोरेन और इंडिया गठबंधन के नेता लेंगे। कांग्रेस भी बहुत संतुलित जो भी निष्कर्ष निकलेगा, वह सर्वसम्मत होगा। बता दें कि इस विधानसभा चुनाव में झामुमो ने 43 सीटों पर चुनाव लड़ा और 34 पर जीत हासिल की। वर्ष 2019 में इतनी ही सीटों पर लड़कर उसे 30 सीट पर जीत मिली थी।