स्वस्थ हृदय के लिए स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना जरूरी
नई दिल्ली
विश्व हृदय विश्व के अवसर पर द्वारका स्थित मणिपाल अस्पताल ने स्वस्थ हृदय के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए बृहस्पतिवार को यातायात पुलिस के साथ मिलकर दक्षिण-पश्चिमी जिले के अंतर्गत विभिन्न यातायात सिग्नल्स व रास्तों पर रचनात्मक संदेश के साथ हृदय के आकार के स्टिकर लगाए। इस अभियान के माध्यम से अस्पताल लोगों को विश्राम लेकर स्वस्थ हृदय के महत्व को समझने के लिए प्रोत्साहित करना चाहता है। इसके बाद अस्पताल परिसर में हेल्थ एवं फिटनेस प्लेटफार्म कल्ट फिट के साथ मिलकर एक डांस फिटनेस सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें 150 से ज्यादा अस्पतालकर्मियों और स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया।
व्यस्त जीवन में नहीं रख रहे स्वास्थ्य का खयाल
इस अवसर पर दिल के विशेषज्ञ डा. युगल किशोर मिश्रा ने बताया कि आज लोग काफी व्यस्त जीवन व्यतीत कर रहे हैं और जिसके चलते वे अपने स्वास्थ्य का ख्याल नहीं रख पा रहे हैं। यही कारण है कि युवाओं में हृदयाघात के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन फिर भी लोग इस बात को नजरंदाज करते जा रहे हैं कि खराब जीवनशैली का हृदय के स्वास्थ्य पर बुरा असर हो सकता है।
अब हार्ट अटैक केवल वृद्धों की समस्या नहीं
हृदयाघात अब केवल वृद्धों की स्वास्थ्य समस्या नहीं रह गई है। इस अभियान का उद्देश्य यही है कि लोग अपने हृदय के स्वास्थ्य एवं एक स्वस्थ जीवन पर केंद्रित होने के बारे में सोचे। यातायात पुलिस उपायुक्त एसके सिंह ने अस्पताल के इस अभियान को सराहा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे हार्ट अटैक के लक्षणों को नजरअंदाज बिल्कुल न करें और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराते रहे। साथ ही एक स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं।
रनिंग, जागिंग या स्विमिंग जैसे एक्सरसाइज करते रहें लोग
कल्ट फिट में फिटनेस विशेषज्ञ श्वेतांबरी शेट्टी ने कहा कि हल्के से तीव्र स्तर का व्यायाम कार्डियो वैस्कुलर फंक्शन को चुस्त करता है और हृदय को स्वस्थ रखता है। लोगों को किसी शारीरिक गतिविधि, जैसे रनिंग, जागिंग, स्विमिंग, एरोबिक और अन्य शारीरिक गतिविधियों में संलग्न होना चाहिए, जिनसे पसीना आए और हृदय की धड़कन सामान्य बने। मध्यम स्तर की शारीरिक गतिविधि करते रहने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्राल को कम कर दिल की बीमारी का जोखिम कम किया जा सकता है और यह शरीर की अनावश्यक चर्बी को कम करता है ।