अफसरों की भरमार होने के बाद भी उनके कॉडर के पद खाली
भोपाल
प्रदेश में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रेंक के अफसरों की भरमार होने के बाद भी उनके कॉडर के कुछ पद या तो खाली पड़े हैं या फिर प्रभारी अफसर के भरोसे चलाए जा रहे हैं। प्रदेश में 39 एडीजी हैं, जबकि कॉडर के पद सिर्फ 16 हैं। इसके बाद भी कॉडर के पद पर एडीजी की तैनाती नहीं की गई है। प्रदेश में इस साल हुए कॉडर रिव्यू में एडीजी रेंक के अफसरों को 16 पद मिले हैं। इन 16 पदों में भी इन दिनों दूरसंचार एडीजी का पद पिछले ढाई महीने से खाली पड़ा हुआ है। यहां पर एसटीएफ के एडीजी विपिन माहेश्वरी को प्रभार दिया गया है। जबकि इस शाखा को प्रदेश पुलिस का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। दूरसंचार इन दिनों डायल 100 की सेवाएं दे रहा है। वहीं प्रदेश के सभी शहरों में कैमरे लगाने का काम भी इस शाखा के पास है। इसलिए पुलिस के समय पर पहुंचने में डायल 100 अहम रोल निभाती है, वहीं कैमरे के जरिए अपराधी तक पहुंचने में पुलिस को आसानी होती है। यानी बेहतर पुलिसिंग में यह शाखा पिछले कई सालों से अहम रोल निभा रही है। वहीं एसएएफ में भी एडीजी पर पद खाली पड़ा हुआ है। यहां पर करीब 19 हजार का बल मौजूद है। जो कानून व्यवस्था की स्थिति में मूव करता है। एडीजी तकनीक के पास फॉरेंसिक साइंस लैब की जिम्मेदारी होती है। प्रदेश में इन लैब में भारी पेडेंसी चल रही है। इसके चलते कई मामले जांच में लंबित पड़े हुए हैं।
ये है कॉडर के पद
प्रशासन, इंटेलीजेंस, सीआईडी, एसएएफ, एजेके, प्रावधान, तकनीकी सेवाएं एवं अग्नि शमन सेवाएं, दूरसंचार, एससीआरबी, रेलवे, लोकायुक्त, मानवाधिकार, चयन एवं भर्ती, महिलाओं के विरुध अपराध, योजना और ईओडब्ल्यू के पद अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के कॉडर पद हैं।
ये अफसर यहां पर पदस्थ
कॉडर के पदों के अलावा जो अफसर अन्य जगहों पर पदस्थ हैं उनमें संजय झा परिवहन आयुक्त, सुशोभन बैनर्जी एडीजी जेएनपीए सागर, जीआर मीणा एडीजी जेल, सुषमा सिंह एडीजी विजिलेंस, डॉ. एसडब्ल्यू नकवी एडीजी नारकोटिक्स, विपिन माहेश्वरी एडीजी एसटीएफ, विजय कटारिया एडीजी पुलिस कल्याण , अनुराधा शंकर सिंह एडीजी प्रशिक्षण, वरुण कपूर एडीजी आरएपीटीसी इंदौर, उपेंद्र कुमार जैन डायरेक्टर पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन, वी मधु कुमार एडीजी कम्यूनिटी पुलिसिंग,मनीष शंकर शर्मा एडीजी पुलिस मैन्युल, जी अखितो सेमा एडीजी एसआईएसएफ, जी जर्नादन एडीजी पीटीआरआई, रवि कुमार गुप्ता डायरेक्टर खेल विभाग, अनिल कुमार गुप्ता एडीजी आरएण्डडी, डीपी गुप्ता एडीजी होमगार्ड, योगेश देशमुख एडीजी सायबर सेल, योगेश चौधरी मुख्यमंत्री के ओएसडी के रूप में पदस्थ हैं। आईजी रेंक के अफसरों की कमी के चलते कुछ रेंज में एडीजी को के पास जिम्मेदारी है। राजेश चावला एडीजी चंबल रेंज, डीसी सागर एडीजी शहडोल, केपी व्यंकटेश्वर एडीजी रीवा,मकरंद देउस्कर पुलिस कमिश्नर भोपाल, उमेश जोगा एडीजी जबलपुर और डी श्रीनिवास वर्मा एडीजी ग्वालियर में पदस्थ हैं।
ये अफसर यहां पर पदस्थ
कॉडर के पदों के अलावा जो अफसर अन्य जगहों पर पदस्थ हैं उनमें संजय झा परिवहन आयुक्त, सुशोभन बैनर्जी एडीजी जेएनपीए सागर, जीआर मीणा एडीजी जेल, सुषमा सिंह एडीजी विजिलेंस, डॉ. एसडब्ल्यू नकवी एडीजी नारकोटिक्स, विपिन माहेश्वरी एडीजी एसटीएफ, विजय कटारिया एडीजी पुलिस कल्याण , अनुराधा शंकर सिंह एडीजी प्रशिक्षण, वरुण कपूर एडीजी आरएपीटीसी इंदौर, उपेंद्र कुमार जैन डायरेक्टर पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन, वी मधु कुमार एडीजी कम्यूनिटी पुलिसिंग,मनीष शंकर शर्मा एडीजी पुलिस मैन्युल, जी अखितो सेमा एडीजी एसआईएसएफ, जी जर्नादन एडीजी पीटीआरआई, रवि कुमार गुप्ता डायरेक्टर खेल विभाग, अनिल कुमार गुप्ता एडीजी आरएण्डडी, डीपी गुप्ता एडीजी होमगार्ड, योगेश देशमुख एडीजी सायबर सेल, योगेश चौधरी मुख्यमंत्री के ओएसडी के रूप में पदस्थ हैं। आईजी रेंक के अफसरों की कमी के चलते कुछ रेंज में एडीजी को के पास जिम्मेदारी है। राजेश चावला एडीजी चंबल रेंज, डीसी सागर एडीजी शहडोल, केपी व्यंकटेश्वर एडीजी रीवा,मकरंद देउस्कर पुलिस कमिश्नर भोपाल, उमेश जोगा एडीजी जबलपुर और डी श्रीनिवास वर्मा एडीजी ग्वालियर में पदस्थ हैं।