खादी को बढ़ावा देने भोपाल हाट पहुँचे मुख्यमंत्री चौहान
- भोपाल हाट में खरीदे खादी के वस्त्र, चरखा भी चलाया
- मुख्यमंत्री चौहान ने राष्ट्रीय खादी उत्सव और प्रदर्शनी का अवलोकन किया
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार की शाम भोपाल हाट में 10 दिवसीय राष्ट्रीय खादी उत्सव और प्रदर्शनी के शुभारंभ दिवस पर पहुँच कर खादी के वस्त्र खरीदे। उन्होंने कहा कि वे खादी वस्त्र उत्पादकों को प्रोत्साहित करने के लिए भोपाल हॉट आए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल हाट में राष्ट्रीय खादी उत्सव एवं राज्य स्तरीय प्रदर्शनी (प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम) का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि माटी से सामान बनाना भी एक कला है।
मुख्यमंत्री चौहान ने खादी उत्सव और प्रदर्शनी स्थल पर गणेश प्रतिमा और गांधी जी की प्रतिमा और पर नमन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने वस्त्र शिल्पियों से बातचीत करते हुए उनके कार्य के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल हॉट परिसर में लगाए गए स्टाल देखे और बहुत से कारीगरों से चर्चा भी की। प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग मनु श्रीवास्तव और प्रबंध संचालक खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री चौहान ने विभागीय गतिविधियों के लिए बधाई भी दी।
खादी का प्रचार हो, खादी वस्त्र अपनाएँ
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हस्तशिल्प से जुड़े कारीगरों और चरखा चलाने वालों को आधुनिक चरखा और बिजली से चलने वाले चरखे उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इसके लिए प्रशिक्षण भी दिलवाया गया है। यह वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष है। वस्त्र कारीगरों का रोजगार अच्छा चले, इसके लिए सरकार प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री चौहान ने एक स्टॉल पर चरखा चलाकर सूत काता। उन्होंने स्टाल पर उपस्थित विक्रताओं से उनके व्यवसाय के बारे जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि साड़ियाँ हों या कुर्ते पायजामे, इन्हें सुंदर रूप दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि हमारे कारीगरों को अच्छा कार्य मिले। इस कार्य से उनकी जीविका चलती है। लोकल को वोकल बनाने के लिए पूरे देश में कारीगरों को और बुनकरों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि माटी से कलाकृतियाँ और घरेलू उपयोग की वस्तुएँ तैयार करने के लिए कारीगरों को माटी कला बोर्ड से प्रशिक्षण दिया गया है। हस्त शिल्पियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने 75 प्रतिशत सब्सिडी भी दी है। इलेक्ट्रिक चॉक प्रदान किए जा रहे हैं। मिट्टी से बर्तन और कुल्हड़ भी बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज यहाँ पहुँचकर उन्होंने कुल्हड़ बनाने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने विद्युत चलित कुम्हारी चॉक प्रदर्शित करते हुए प्रतीक स्वरूप एक हितग्राही को प्रदान किया। यह हितग्राही माटी कला से जुड़े उद्यमी हैं, जिन्हें प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ भी मिला है।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रारंभ में खादी उत्सव में आए नागरिकों का स्वागत किया और खादी के वस्त्र प्रदर्शित कर आमजन से अधिक से अधिक खादी वस्त्र खरीदने का आहवान किया। मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर की श्रीमती मीना खटके के स्टॉल पर विभिन्न प्रकार के चरखे देखे और उनकी कार्य प्रणाली की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के विभागीय उत्पादन केंद्र का भी निरीक्षण किया।