India-Africa 20 मैच के टिकटों की कालाबाजारी और नकली टिकट बेचने वाले गिरफ्तार
इंदौर.
इंदौर में कल 4 अक्टूबर को होने वाले भारत-साउथ अफ्रीका टी 20 मैच के टिकिटों की कालाबाजारी हो रही है. पुलिस ने ऐसे दो आरोपियों को पकड़ा जो ब्लैक में टिकट बेच रहे थे. वो अब तक 300 टिकट ब्लैक में बेच चुके हैं. टीआई ने खुद ग्राहक बनकर जाल बिछाया औऱ फिर टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. टिकट की बिक्री शुरू होते ही 10 मिनट में सारे टिकट बिक गए थे और साइट क्रैश हो गयी थी.
इंदौर पुलिस को खबर मिली कि भारत साउथ अफ्रीका टी 20 मैच के टिकट ब्लैक में बेचे जा रहे हैं. टिकट बेचने वाले का नाम पता भी बताया गया. खबर मिलते ही विजय नगर थाना पुलिस ने प्रणय मालपानी नाम के आरोपी से ग्राहक बनकर संपर्क किया. खबर सही थी. वो मैच के टिकट ब्लैक में बेच रहा था. 738 रुपये वाला टिकट 3200 और 2000 रुपये वाला टिकट 12000 रुपये में बेचने के लिए तैयार हो गया. वह सभी टिकिट महंगे दामों में बेच रहा था. भरोसा करने के लिए पहले उसने ऑनलाइन पैसे भी खाते में डलवा लिए.
पुलिस ग्राहक बनकर पहुंची
ग्राहक बनी पुलिस से बातचीत के बाद भरोसा होने पर कालाबजारी करने वाले शख्स ने जैसे ही टिकट देने का समय और स्थान बताया. वहां ग्राहक बनकर पुलिस पहुंच गयी और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को आरोपियों के कब्जे से 7 असली टिकट और 25 टिकटों की रंगीन फोटो कापी मिली है. यह फोटोकॉपी हूबहू टिकट की तरह दिख रही थी. यह टिकट भी आरोपी महंगे दामों में बेच चुके थे. पुलिसिया पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया है कि वह अब तक सैकड़ों टिकट महंगे दामों में बेच चुके है. आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वह यह टिकिट खुद दूसरो से खरीद कर लाये थे. पुलिस अब उनकी भी तलाश कर रही है. साथ ही तकनीकी जांच की जा रही है. पुलिस को आरोपियों के जब्त मोबाइल में टिकट कालाबाजारी के संबंध कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है.
10 मिनट में सारे टिकट बिके, साइट क्रैश
यह पहला मामला नहीं है जब इंदौर में क्रिकेट मैच की टिकिट की कालाबाजारी हुई हो. इंदौर शहर में क्रिकेट के प्रशंसकों की कमी नहीं है. यही वजह है कि जब भी मैच होते हैं टिकट की कालाबाजारी करने वाले अक्सर सक्रिय हो जाते हैं. वह जुगाड़ से टिकट फिक्स दाम पर खरीद कर महंगे दामों में बेच देते हैं. मैच टिकट बिक्री के लिए जब ऑनलाइन साइट ओपन की गई थी, उस साइट्स पर महज दस मिनट में ही सारे टिकट बिक गए थे और दस मिनट बाद वह साइट क्रेश हो गई थी. अक्सर ऑनलाइन टिकट बिक्री वाली साइट क्रेश ही हो जाती है. यह भी टिकट कालाबाजारी करने वालों की एक साजिश का ही हिस्सा माना जाता है.