बिहार-मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने किया कैलेण्डर का लोकार्पण, अप्रैल से महिला सशक्तीकरण और शिक्षा नवाचार को प्राथमिकता
पटना.
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 01 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प‘ में बिहार सरकार के सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित बिहार डायरी 2025 एवं कैलेण्डर 2025 का लोकार्पण कर राज्य की जनता को समर्पित किया। कार्यक्रम के दौरान सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने हरित पौधा भेंटकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। बिहार कैलेण्डर-2025 में राज्य में चलायी जा रही अग्रणी योजनाओं को समावेशित किया गया है।
अप्रैल माह के पृष्ठ पर महिला सशक्तीकरण को दर्शाया गया है। महिलाओं कोसामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक और राजनैतिक रूप से सबल बनाने के उद्देश्य से माननीयमुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। वर्ष 2006 से पंचायती राजसंस्थानों एवं वर्ष 2007 से नगर निकायों के निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षणदिया जा रहा है। ’आरक्षित रोजगार महिलाओं का अधिकार’ निश्चय के तहत सभी सरकारीसेवाओं में सभी प्रकार के पदों पर सीधी नियुक्तियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत क्षैतिजआरक्षण दिया जा रहा है। प्रारम्भिक शिक्षक नियोजन में 50 प्रतिशत स्थान महिलाओं के लिएआरक्षित है। राज्य के मेडिकल, इंजीनियरिंग एवं स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी से संबद्ध शिक्षण संस्थानों के नामांकन में न्यूनतम एक तिहाई स्थान महिलाओं के लिए आरक्षित किए गये हैं। वर्तमान मेंबिहार में महिला पुलिस की संख्या देश भर में अव्वल है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकारद्वारा महिला सशक्तीकरण को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते हुए बिहार राज्य महिला सशक्तीकरणनीति-2015 को पूरे राज्य में लागू किया गया है। वर्ष 2013 से महिलाओं को पुलिस सेवा मेंनियुक्तियों में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया है, जिससे पुलिस में महिलाओं के अनुपात मेंबिहार पूरे देश में अग्रणी है।
मई माह के पृष्ठ पर आधारभूत संरचना में विकास को दर्शाया गया है। राज्य के सुदूरक्षेत्रों से पटना पहुँचने का लक्ष्य 6 घंटे रखा गया था, जिसे अब प्राप्त कर लिया गया है। अबइस लक्ष्य को घटाकर 5 घंटे कर दिया गया है, जिसकी प्राप्ति हेतु राज्य सरकार लगातारप्रयासरत् है। राज्य में व्यापक रूप से कई पुलों और सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है,जिससे पूरे राज्य में सम्पर्कता सुलभ हो रही है। बिहार में नई एवं महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माणने न केवल आवागमन को सुगम किया है बल्कि अर्थव्यवस्था को भी मज़बूती प्रदान की है।पटना में पाटलि पथ तथा अटल पथ इसके उदाहरण हैं। एम्स-दीघा एलिवेटेड रोड कानामकरण पाटलि पथ किया गया है। करीब 11 किलोमीटर लंबा यह फ्लाईओवर शहर मेंअवस्थित पूर्वी क्षेत्र का सबसे लंबा एलिवेटेड मार्ग है। इसके बनने से उत्तरी पटना औरदक्षिणी पटना को कई वैकल्पिक मार्ग मिले हैं। जे०पी० गंगापथ पटना शहर के उत्तर में गंगानदी के किनारे अवस्थित है। इससे उत्तर बिहार के लोगों की न केवल पटना शहर केमहत्वपूर्ण गंतव्य स्थलों तक की राह आसान हो गयी है बल्कि पटना शहर के लोगों के लिएगंगा नदी के किनारे सुरम्य एवं आनन्ददायक अनुभूति हेतु स्थल का विकास भी हो गया है।संध्याकाल में बड़ी संख्या में लोग यहाँ के वातावरण का आनन्द लेने पहुंचते हैं।
जून माह के पृष्ठ पर शिक्षा के क्षेत्र में किये गये कार्यों को दर्शाया गया है। शिक्षा केक्षेत्र में बिहार ने कई नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं। मध्याह्न भोजन योजना के तहत छात्रोंको पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है और पोषण वाटिका का विस्तार भी किया जारहा है। आधार कार्ड लिंक्ड डी0बी0टी0 से छात्रों को योजनाओं का लाभ सीधे उनके खातों मेंपहुँचाया जा रहा है। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत उच्च शिक्षा के लिए आसानऋण सुविधाएँ दी जा रही हैं, जिससे हर वर्ग के छात्रों को आगे बढ़ने का अवसर मिल रहाहै। अक्षर आँचल योजना ने महादलित, दलित और अल्पसंख्यक समुदायों को साक्षरता औरशिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आधारभूत संरचना विकास केतहत स्कूलों में कक्षाओं, शौचालयों, पेयजल, बिजली और अन्य सुविधाओं का तेजी से विस्तारहो रहा है। शिक्षक बहाली में भी बिहार ने नया इतिहास रचा है, जिसमें एक ही अभियान मेंलाखों शिक्षकों की नियुक्ति की गयी। राज्य का 2024 का शिक्षा बजट दर्शाता है कि शिक्षा कोसर्वाेच्च प्राथमिकता दी जा रही है। यह प्रयास “पढ़े बिहार, बढ़े बिहार“ के संकल्प को साकारकर रहा है। शिक्षा विभाग ने सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग करके राज्य के स्कूलोंमें डिजिटल माध्यम से शिक्षा को बढ़ावा देने का काम किया है। इसके तहत स्मार्ट क्लासरूम,ऑनलाइन शिक्षा सामग्री और डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्मों का संचालन किया जा रहा है।