राजधानी में रावण दहन की तैयारियां पूरी
रायपुर
राजधानी रायपुर में रावण दहन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है, लेकिन आज दोपहर को हुई बारिश ने थोड़ा बहुत खलाल जरुर डाला है लेकिन दशहरा उत्सव समितियों ने इससे निपटने के लिए अपनी तैयारियां पहले से ही कर रखी है। बोरियाखुर्द स्टेडियम में जहां पहली बार रावण दहन का कार्यक्रम होगा वहीं, छत्तीसगढ़ नगर में पिछले 14 सालों से रावण का दहन होते आ रहा है। वहीं दूसरी ओर डब्ल्यूआरएस कॉलोनी, रावणभांठा मैदान, रामकुंड, लाखेनगर, अश्वनी नगर में अलग-अलग समय में रावण दहन किया जाएगा।
बोरियाखुर्द दशहरा सांस्कृति महोत्सव समिति के पदाधिकारियों ने पत्रकारवार्ता में बताया कि आज गांवों से शहरों तक चारों ओर आदिशक्ति माँ दुर्गा की पूजा-अर्चना की धूम है और चारों ओर हर्षोल्लास का वातावरण है, वहीं दशहरा उत्सव की तैयारियां भी लगभग अंतिम चरणों में है। पहले रायपुर शहर में दो – तीन जगहों पर ही दशहरा उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाता था लेकिन अब आबादी बढ़ते के कारण यह उत्सव अनेक जगहों पर मनाया जा रहा है। इस वर्ष से रायपुर ग्रामीण के बोरियाखुर्द में भी पहली बार दशहरा महोत्सव मनाया जाएगा जहां 50 फीट ऊंची रावण, तीस-तीस फीट ऊंची कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले का दहन किया जाएगा। एक से डेढ़ घंटे तक चलने वाले रोमांचकारी आतिशबाजी विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा। दिन में बच्चों के लिए नि:शुल्क पतंगबाजी और दोपहर को महिलाओं द्वारा छत्तीसगढ़ पारंपरिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की जाएगी। शाम को जसगीत सम्राट दुकालू यादव के बेटे प्रवीण याद एवं उनके साथियों के द्वारा जसगीत प्रस्तुत किया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ नगर दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष देवेंद्र यादव एवं कार्यक्रम संयोजक व मीडिया प्रभारी पंकज विश्वकर्मा ने पत्रकारवार्ता में बताया कि पिछले 14 वर्षों से छत्तीसगढ़ नगर में रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है और इस वर्ष समिति का 15वां वर्ष होगा। ठेठ छत्तीसगढ़ी गंवई अंदाज में यहां कलाकरों के द्वारा रामलीला की प्रस्तुति की जाएगी और इसके बाद 45 फीट के रावण, 30-30 फीट के कुंभकरण और मेघनाथ का वध किया जाएगा। डब्ल्यूआरएस और रावणभाठा के बाद राजधानी का यह तीसरा सबसे बड़ा आयोजन बन गया है।