सचिन पायलट का कुत्ते को दुलार, क्यों इस तस्वीर की खूब हो रही है चर्चा
जयपुर
राजस्थान में 'सचिन पायलट बनाम अशोक गहलोत' मुकाबले के बीच राजनीति में दिलचस्पी लेने वाले लोग हर बात को नोटिस में ले रहे हैं। दोनों नेताओं के मुंह से निकले एक एक शब्द और एक एक काम की विवेचना की जा रही है। छोटी से छोटी बात के राजनीतिक मायने तलाशे जा रहे हैं और चटखारे लिए जा रहे हैं। इस बीच सचिन पायलट की एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है, जिसमें वह एक कुत्ते को दुलारते नजर आ रहे हैं। कुत्ता भी बेहद सहजता के साथ उनसे मिल रहा है।
बताया जा रहा है कि यह तस्वीर गहलोत के समर्थक मंत्री प्रताप खाचरियावास के आवास की है, जब हाल ही में पायलट मंत्री के घर मुलाकात के लिए पहुंचे थे। पायलट और खाचरियावास की मुलाकात ने राजस्थान की राजनीति में हलचल मचा दी। इसे प्रदेश में बदले सियासी समीकरण के तौर पर देखा जाने लगा। अब खाचरियावास के कुत्ते को दुलारते हुए पायलट की तस्वीर पर भी खूब चर्चा हो रही है। सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए यूजर्स इस पर कई तरह के कॉमेंट कर रहे हैं।
कुछ यूजर्स ने लिखा कि पायलट का पहले खाचरियावास के आवास पर आना जाना लगा रहता था और कुत्ता उन्हें अब तक नहीं भूला। वहीं, कुछ लोग कुत्तों की वफादारी का जिक्र कर रहे हैं। हेमंत पोसवाल नाम के एक यूजर ने लिखा, ''इंसानों से ज्यादा वफादार जानवर होते हैं।'' एक अन्य यूजर ने लिखा, ''यह तस्वीर बताती है कि मंत्री प्रताप खाचरियावास और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट जी के कितने नजदीकी संबंध रहे होंगे।'' खाचरियावास के अब गहलोत कैंप में चले जाने की ओर इशारा करते हुए एक शख्स ने लिखा, ''मालिक भूल गया, कुत्ता नहीं भूला।''
खाचरियावास और पायलट की इस मुलाकात ने इसलिए भी लोगों का ध्यान खींचा क्योंकि मौजूदा कलह में वह गहलोत कैंप के उन मुखर मंत्रियों में शामिल रहे जिन्होंने खुलकर पायलट का विरोध किया। उन्होंने ही विधायक दल की बैठक से ठीक पहले मीडिया के सामने ऐलान किया कि 92 विधायक इस्तीफा देने जा रहे हैं। वह लगातार इस बात पर जोर देते रहे कि हाईकमान को उन 102 विधायकों में से किसी को सीएम चुनना चाहिए जो 2020 में बगावत के समय गहलोत के साथ रहे। वह सचिन पायलट का खुलकर विरोध करते रहे, लेकिन गहलोत को लेकर हाईकमान के बदले रुख के बीच खाचरियवास के सुर में भी नरमी महसूस की जा रही है।