लालू यादव के खिलाफ सीबीआई ने दाखिल की चार्जशीट, राबड़ी देवी समेत 15 आरोपी
Land For Jobs Scam में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। चार्जशीट में सीबीआई ने नौकरी के बदले कथित जमीन घोटाला मामले में लालू प्रसाद के अलावा राबड़ी देवी और 14 अन्य को आरोपी बनाया है। आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी में चुपके से नौकरी दी और नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए थे।
सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ मामला दर्ज किया। आरोप है कि जो जमीनें ली गईं वो राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं। सीबीआई की विशेष अदालत में हाल ही में दायर आरोपपत्र में रेलवे की पूर्व महाप्रबंधक सौम्या राघवन को भी आरोपी बनाया गया है। राघवन रेलवे बोर्ड के वित्तीय आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
रेलवे में कथित घोटाले से संबंधित सीबीआई ने 23 सितंबर, 2021 को प्रारंभिक जांच दर्ज की थी, जिसे 18 मई को प्राथमिकी में बदल दिया गया था। चार्ज शीट से पता चलता है कि कुछ लोगों को रेलवे में उन्हें या उनके करीबी रिश्तेदारों को भूमि के बदले में नौकरी दी गई। इस जमीन का अधिग्रहण सर्किल रेट से कम और मार्केट रेट से काफी कम रेट पर किया गया था।
सीबीआई ने आरोप लगाया कि जमीन का हस्तांतरण राबड़ी देवी और बेटियों भारती और हेमा यादव के नाम पर किया गया था। एजेंसी के अनुसार, उम्मीदवारों को कथित तौर पर रेलवे अधिकारियों द्वारा अनुचित जल्दबाजी में आवेदन करने के तीन दिनों के भीतर समूह डी पदों पर विकल्प के रूप में नियुक्त किया गया था और बाद में इन व्यक्तियों ने स्वयं या उनके परिवार के सदस्यों ने अपनी जमीन हस्तांतरित कर दी थी।
केंद्रीय एजेंसी ने आरोप लगाया है कि पटना में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट की जमीन लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने विक्रेताओं को नकद भुगतान कर अधिग्रहित की थी। इस जमीन का अधिग्रहण सर्किल रेट से कम और मार्केट रेट से काफी कम रेट पर किया गया था।