बारिश से प्रदेश की नदियां उफान पर, तवा डैम के 11 गेट खोले
भोपाल
मध्यप्रदेश के कई इलाकों में शुक्रवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रतलाम, उमरिया, छिंदवाड़ा, सिवनी, धार और मंडला समेत कई जिलों में बारिश हुई। पचमढ़ी में आज 1.28 इंच, बैतूल में 1.04 बारिश दर्ज की गई है। लगातार हो रही बारिश से प्रदेश की नदियां भी उफान पर है।
नर्मदापुरम में तवा डैम के 11 गेट खोलने पड़े हैं। शुक्रवार सुबह साढ़े 5 बजे 7 गेट खोले गए। डैम में पानी की आवक को देखते हुए साढ़े 9 बजे 2 गेट और फिर दोपहर में भी 2 गेट और खोले गए। इधर नर्मदा नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। हर घंटे 1 फीट पानी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। शाम 5 बजे तक नर्मदापुरम में नर्मदा का जलस्तर 947.20 फीट रिकॉर्ड किया गया।
तवा डैम परियोजना के अधिकारी आरके श्रीवास्तव ने बताया कि डैम का गवर्निंग लेवल 1158 तक है। इस बार दो महीने पहले ही गेट खोल दिए गए हैं। बांध का अधिकतम लेवल 1166 फीट है। 31 जुलाई तक 1158 फीट जलस्तर रखा जाता है। डैम के गेट खोले जाने से नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ेगा। निचली बस्तियों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया है।
सामान्य से ज्यादा हो चुकी बारिश
मध्यप्रदेश में इस सीजन में अब तक सामान्य से 18% ज्यादा पानी गिर चुका है। आमतौर पर साढ़े 10.8 इंच पानी गिरना था, लेकिन 12.76 इंच बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी इंदौर, भोपाल, उज्जैन और नर्मदापुरम में जोरदार बारिश की संभावना जताई है। ग्वालियर-चंबल, बघेलखंड, बुंदेलखंड और महाकौशल में ज्यादा बारिश नहीं है। यहां हल्की रिमझिम रहेगी। इससे पहले बुधवार को कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई। सावन के पहले दिन सिर्फ छिंदवाड़ा में सबसे ज्यादा 2 इंच बारिश हुई। इसके अलावा, बाकी मध्यप्रदेश में हल्की बारिश रही।
रेल यातायात फिर बहाल हुआ
भारी बारिश के चलते इटारसी-आमला रेल खण्ड पर बाधित रेल यातायात बहाल हो गया है। भारी बारिश के चलते केसला-ताकू के बीच ट्रैक पर पानी आ गया था। इस वजह से कुछ समय के लिए रेल यातायात बाधित रहा। कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए थे। रेलवे ने युद्ध स्तर पर सुधार कार्य किया। ट्रैक दुरस्त करने के बाद फिर से रेल संचालन शुरू कर दिया गया है।
इटारसी में देर रात से हो रही बारिश की वजह से न्यू यार्ड डबल स्टोरी के पीछे वैशाली नगर में लोगों के घरों में पानी घुस गया। इंदिरा नगर, पुरानी इटारसी देवल मंदिर के पास 4 से 5 फीट तक जल जमाव हो गया। उधर, उज्जैन में शिप्रा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है।