तेजस्वी को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने पर संशय, RJD बैठक आज से; जगदानंद नहीं पहुंचे
पटना
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की दिल्ली में रविवार से दो दिवसीय बैठक शुरू होने जा रही है। इसमें तेजस्वी यादव को आरजेडी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने पर प्रस्ताव लाए जाने पर संशय बरकरार है। दरअसल, तेजस्वी को ये पद देने का प्रस्ताव बिहार आरजेडी अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने दिया था, मगर वे खुद ही अभी दिल्ली नहीं पहुंचे हैं। उनके आरजेडी की बैठक में शामिल होने के आसार कम हैं। जगदानंद ने तबीयत खराब होने का हवाला दिया है। मगर सुधाकर सिंह के इस्तीफे के बाद वे पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं, उनके आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ने की भी अटकलें हैं।
कार्यक्रम के मुताबिक दिल्ली में रविवार को एनडीएमसी के कन्वेंशन सेंटर में निवर्तमान राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी जिसमें राष्ट्रीय परिषद की बैठक और पार्टी के खुले अधिवेशन में रखे जाने वाले प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद सोमवार 10 अक्टूबर को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में राष्ट्रीय परिषद की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों का चुनाव होगा। लालू यादव को फिर से आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
तेजस्वी को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के लिए आरजेडी में नया पद बनाए जाने की चर्चा है। बताया जा रहा है कि आरजेडी के अधिवेशन में तेजस्वी को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की घोषणा हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो आरजेडी के इतिहास में पहली बार कोई राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनेगा। पार्टी में अभी ऐसा कोई पद नहीं है, मगर तेजस्वी के लिए इसका सृजन हो सकता है।
खबर है कि तेजस्वी यादव को यह पद देने का सुझाव जगदानंद सिंह ने ही दिया था। अगर वे खुद दिल्ली में होने वाली आरजेडी की बैठक में शामिल नहीं होते हैं, तो इस प्रस्ताव पर चर्चा टल सकती है। जगदानंद सिंह के समर्थकों ने खबर भिजवाई कि उनकी तबीयत खरीब है। ठीक होने पर ही वह बैठक में शामिल नहीं होंगे। जगदानंद का फ्लाइट और ट्रेन का टिकट भी कटा हुआ था, मगर शनिवार देर रात तक वे दिल्ली नहीं पहुंचे।
आरजेडी में सबकुछ ठीक नहीं
बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद आरजेडी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। महागठबंधन सरकार के गठन के कुछ दिनों बाद ही अपहरण केस से विवादों में आए मंत्री कार्तिक कुमार उर्फ कार्तिकेय सिंह ने इस्तीफा दे दिया। हाल ही में कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने भी नीतीश कैबिनेट से अपना त्यागपत्र सौंप दिया। वे सरकार बनने के बाद से बागी तेवर के चलते चर्चा में थे।