श्री महाकाल लोक का लोकार्पण दिव्य, आलौकिक और अनुपम स्वरूप में हो – मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि श्री महाकाल लोक के लोकार्पण समारोह से प्रदेश ही नहीं पूरे देश की भावना और आस्था जुड़ी है। लोकार्पण दिव्य, आलौकिक और अनुपम स्वरूप में हो। संपूर्ण देश में कार्यक्रम की चर्चा है। उज्जैन नगरी की अद्भुत छठा अविस्मरणीय बन सके, इस उद्देश्य से स्वच्छता और साज-सज्जा की गतिविधियाँ संचालित की जाएँ।
मुख्यमंत्री चौहान श्री महाकाल लोक के लोकार्पण की तैयारियों संबंधी निवास कार्यालय पर बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव जनसंपर्क राघवेन्द्र सिंह, प्रमुख सचिव संस्कृति शिवशेखर शुक्ला सहित संभागायुक्त उज्जैन तथा अन्य अधिकारी उज्जैन से वर्चुअली सम्मिलित हुए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि श्री महाकाल लोक के लोकार्पण अवसर पर उज्जैन पधार रहे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो। वर्षा की संभवना को देखते हुए वॉटर प्रूफ टेंट की व्यवस्था की जाए। उज्जैन में अन्य स्थानों से पधार रहे श्रद्धालुओं की बसों की पार्किंग व्यवस्था ऐसी हो जिससे उन्हें अधिक पैदल नहीं चलना पड़े। आयोजन से जुड़े सभी अधिकारी और एजेंसियों में परस्पर समन्वय और स्पष्ट संवाद हो। मुख्यमंत्री चौहान ने जारी तैयारियों के संबंध में बिन्दु बार जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक निर्देश दिए। बताया गया कि 11 अक्टूबर को लोकार्पण के समय पर ही प्रदेश के 899 बड़े मंदिरों में दीप प्रज्ज्वलन तथा भजन-पूजन के कार्यक्रम भी किए जाएंगे।