गुजरात चुनाव से पहले AAP का ‘धर्म संकट’, केजरीवाल ने चले 3 ‘हिंदुत्व कार्ड’
वडोदरा
ब्रह्मा, विष्णु, महेश, राम, कृष्ण और गौरी-गणपति को हम भगवान नहीं मानेंगे और कभी इनकी पूजा नहीं करेंगे, दिल्ली में बौद्ध दीक्षा ग्रहण कर रहे लोगों को यह शपथ दिलाकर आम आदमी पार्टी (आप) को उनके ही मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने 'धर्म संकट' में फंसा दिया है। गुजरात चुनाव से पहले गौतम के विवादित शपथ को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बड़ा मुद्दा बना लिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ शनिवार को गुजरात पहुंचे केजरीवाल के खिलाफ वहां जोरदार विरोध प्रदर्शन हुए। जगह-जगह पोस्टर लगा उन्हें हिंदू विरोधी बताया गया। हालांकि, आप संयोजक ने पार्टी को इस संकट से निकालने के लिए एक दिन में 3 हिंदुत्व कार्ड चले। एक तरफ उन्होंने रामभक्तों को अयोध्या ले जाने का वादा किया तो दूसरी तरफ गायों की देखभाल की बात कही। वहीं, खुद को कट्टर हनुमान भक्त बताते हुए वह भाजपा पर जमकर बरसे।
दाहोद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने लोगों को बताया कि किस तरह उनकी सरकार दिल्ली में बुजुर्गों के तीर्थ यात्रा पर ले जाती है। केजरीवाल ने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी गुजरात में सत्ता में आती है, तो वह भगवान राम के दर्शन के इच्छुक लोगों की अयोध्या यात्रा का पूरा खर्च वहन करेगी। आप प्रमुख ने कहा कि गुजरात में दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों में आप को जीत मिलेगी क्योंकि वह जनता और 'ईश्वर' के लिए काम कर रही है।
गुजरात के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन केजरीवाल ने कहा, ''अयोध्या में राम मंदिर अगले साल तक बनकर तैयार हो जाएगा। कौन-कौन मंदिर जाना चाहता है? आप सभी जाना चाहते हैं। लेकिन यात्रा, वहां रहना, खाना और सबकुछ बहुत महंगा है, है ना? और अगर आप पूरे परिवार के साथ जाते हैं तो खर्च कितना बढ़ जाता है। उन्होंने कहा, अगर हम गुजरात में सत्ता में आते हैं, तो अयोध्याजी का नि:शुल्क दर्शन कराएंगे। दिल्ली में, एक विशेष ट्रेन राम भक्तों के साथ रवाना होती है। लोगों की यात्रा, भोजन और रहना सबकुछ नि:शुल्क होता है। उन्हें उनके घरों से ले जाकर, वापस घर पर छोड़ा जाता है।'' केजरीवाल ने कहा कि विशेष ट्रेन जब अयोध्या के लिये रवाना होती है, तो वह रेलवे स्टेशन जाते हैं और वापसी पर तीर्थयात्रियों का स्वागत करने भी जाते हैं।