विषम परिस्थितियों से निकलकर विकास की यात्रा पर है मध्यप्रदेश : शिवराज सिंह चौहान
- प्रदेश प्रशिक्षण वर्ग के तीसरे दिन के तृतीय सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं बताईं
धार
मांडव में चल रहे भाजपा के प्रदेश प्रशिक्षण वर्ग के आज तीसरे दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राजनीतिक दल के कार्यकर्ता हैं। इसलिए हम सभी को यह स्पष्ट रूप से जानकारी होना चाहिए कि कांग्रेस के समय का मध्यप्रदेश और आज भाजपा के समय का मध्यप्रदेश कितना भिन्न है। जब हमारी सरकार वर्ष 2003 में बनी थी तब हमारे सामने कई विषम परिस्थितियां थीं। हमें बिजली, पानी, सड़क, सुरक्षा और कानून व्यवस्थाओं से जूझता हुआ प्रदेश मिला था। लेकिन वर्तमान समय में मध्यप्रदेश की तस्वीर बदली हुई है। मध्यप्रदेश आज विकास की यात्रा पर है। प्रदेश सरकार आज विकास, जनकल्याण और सुराज के अनेक आयामों पर कीर्तिमान रच रही है। यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने धार के माण्डव में चल रहे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रशिक्षण वर्ग के तीसरे सत्र ’मध्यप्रदेश : कल, आज और कल’ को संबोधित करते हुए कही। इस सत्र की अध्यक्षता राज्यसभा सांसद श्रीमती सुमित्रा वाल्मीकि ने की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अधोसंरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुशासन, अर्थव्यवस्था, रोजगार, कृषि, सांस्कृतिक और महिला सुरक्षा जैसे अनेक क्षेत्रों में क्रांतिकारी काम किए हैं। आज सैंकड़ों परियोजनाओं में हितग्राहियों के खातों में सीधे राशि पहुंचाई जा रही है। प्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है, प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी हुई और गरीबों का जीवन स्तर बदला है। अब हमारा दायित्व है कि प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता के बीच ले जाएं और उनका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें।
अपराधियों के चंगुल से मुक्त हुआ मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस के समय प्रदेश डकैतों की समस्या से जूझ रहा था। अनेक गैंग प्रदेश में सक्रिय थीं। अपहरण उद्योग बन गया था। लेकिन हमारी सरकार बनने के बाद आज मध्यप्रदेश की धरती पर एक भी डकैत नहीं है। सिमी का नेटवर्क ध्वस्त कर दिया गया है। नक्सलवाद को भी मप्र की धरती से निर्मूल कर दिया गया है। अनेक प्रकार के माफियाओं पर कार्रवाई की जा रही है। पिछड़े डेढ़ साल में भाजपा सरकार ने 21 हजार एकड़ जमीन अपराधियों से मुक्त कराई हैं। आज मध्यप्रदेश शांति का टापू बन गया है।
5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था में बनने में मध्यप्रदेश का भी योगदान होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में मध्यप्रदेश का भी योगदान रहेगा। इसके लिए प्रदेश 550 बिलियन डॉलर का योगदान देने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय 13,953 रुपए प्रति व्यक्ति आय थी लेकिन आज 1 लाख 37 हजार रुपए से अधिक प्रति व्यक्ति आय हुई है। कांग्रेस की सरकार के समय प्रदेश का बजट 23 हजार 161 करोड़ था आज 2 लाख 79 हजार 236 करोड़ का बजट है। कोरोना जैसी विषय परिस्थिति के बावजूद वर्ष 2021-2022 की प्रचलित दरों पर प्रदेश ने विकास दर 19.74 प्रतिशत हासिल की है, जो पूरे देश में सर्वाधिक है।
’24 हजार करोड़ रुपए बिजली पर सब्सिडी दे रही है प्रदेश सरकार ’
उन्होंने कहा कि बिजली के मामले में मध्यप्रदेश सरप्लस स्टेट है। जहां कांग्रेस शासनकाल में बिजली एक बहुत बड़ी समस्या थी, वहीं आज उपलब्धत क्षमता 22 हजार 600 मेगावाट से अधिक हो गई है। बिजली आज 24 घंटे दी जा रही है। नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भी हम आगे बढ़े हैं। ओंकारेश्वर में लगभग 3 हजार 500 करोड़ की लागत से विश्व की सबसे बड़ी 600 मेगावाट क्षमता की सोलर फ्लोटिंग परियोजना प्रारंभ की गई है। प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा की क्षमता 5 हजार 400 मेगावाट तक पहुंच गई है।
कांग्रेस के समय सिर्फ 8 प्रतिशत थी कृषि विकास दर
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने किसानों को छलने का काम किया। दिग्विजय सिंह के शासन काल में कृषि विकास दर सिर्फ 8 प्रतिशत थी, जिसे आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार में 18 प्रतिशत तक ले जाने का काम हुआ है। पहले 4 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन होता था लेकिन आज 1 करोड़ 29 लाख मीट्रिक टन उत्पादन मध्यप्रदेश की धरती पर हो रहा है। कांग्रेस ने किसानों की बीमा राशि रोकने का काम किया। वहीं भाजपा सरकार में विगत ढाई वर्ष में ही प्रदेश के किसानों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 2 लाख 8 हजार करोड़ रुपए से अधिक प्रदान किए गए हैं।
भाजपा शासन में गरीब कल्याण की दिशा में हुए कई काम
सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश में गरीब कल्याण की दिशा में अनेक काम हुए हैं। उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास, संबल योजना, आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना, लाडली लक्ष्मी योजना जैसी अनेक योजनाओं से गरीबों का जीवन स्तर सुधरा है। आज स्वास्थ्य, पोषण, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा के मामले में कई काम हो रहे हैं। महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बहुत बड़ा बदलाव आया है। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में पहले बेटियों को अभिशाप समझा जाता था लेकिन आज खुशी होती है कि मध्यप्रदेश में लिंगानुपात में काफी परिवर्तन आया है। पहले 1000 बेटों पर 912 बेटियां होती थीं लेकिन आज 976 हो गई है। 43 लाख बहनें महिला स्वसहायता समूहों से जुड़कर एक बड़ी ताकत बन गई हैं। एक लाख से अधिक बहनें चुनाव जीतकर आई हैं। उन्होंने बताया कि आगामी 2 नवंबर को प्रदेश के सभी जिलों में लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 के कार्यक्रम होंगे।