त्यौहारों के शुभ-लाभ: भोपाल में मन सकती है 700 करोड़ की दिवाली
भोपाल
वैश्विक रोजगार वेबसाइट ‘इन्डीड’ ने एक रिपोर्ट में कहा कि अगस्त 2019 से अगस्त 2022 के बीच के समय में खुदरा क्षेत्र में रोजगार 5.50 फीसदी घट गए और वैश्विक महामारी के दौरान तथा उसके बाद खुदरा क्षेत्र में नौकरी तलाश करने वाले भारतीय लोगों की संख्या भी घटी है। इन्डीड इंडिया के बिक्री प्रमुख शशि कुमार ने कहा, भारत में त्योहारी सीजन में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए मौसमी रोजगार में बढ़ोतरी होती है।
हालांकि यह बढ़ोतरी पिछले साल के बराबर तो नहीं है लेकिन करीब 39.6 फीसदी नए रोजगार पैदा हुए हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि खुदरा रोजगार में सबसे बड़ी हिस्सेदारी बेंगलुरु (12.26 फीसदी) की है। इसके बाद हैं मुंबई (8.2 फीसदी) और चेन्नई (6.02 फीसदी)। सबसे ज्यादा 5.5 फीसदी डिलिवरी रोजगार भी बेंगलुरु में पैदा हुए। इस बीच एक सर्वे के मुताबिक गणेश चतुर्थी, नवरात्रि और दशहरे के बाद अब दिवाली पर बड़ी मात्रा में लोग खरीदारी की योजना बना रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, 58 फीसदी शहरी लोग दिवाली पर खरीदारी की योजना बना रहे हैं, जबकि 39 फीसदी लोग आॅनलाइन खरीदारी करने की सोच रहे हैं। वैश्विक शोध एवं विश्लेषण समूह यूगॉव की तरफ से किए गए इस सर्वे में शामिल प्रत्येक 10 में से छह लोग दिवाली के मौके पर किसी-न-किसी तरह की खरीदारी की योजना बना रहे हैं।
दशहरे तक हो चुका है 300 करोड़ का कारोबार
मध्यप्रदेश के कारोबारियों को दिवाली पर बंपर खरीदारी की उम्मीद है। कारोबारियों को अनुमान है कि इस पर सभी क्षेत्रों को मिलाकर अकेले भोपाल में 700 करोड़ से ज्यादा की दिवाली मन सकती है। व्यापारियों को उम्मीद है कि पिछले सालों में कारोना के कारण जो मार्केट घटा था इस बार उसमें कई गुना उछाल आ सकती है। हालांकि सोने-चांदी के रेट बढ़ रहे हैं, इसका असर खरीदारी पर देखा जा सकता है। लाइट वेट ज्वेलरी, टॉप्स, पैंडल की मांग ज्यादा है। रियल एस्टेट, जेवर, रेडीमेड के अलावा इस बार चीन के विरोध से स्थानीय प्रोडक्ट को बड़ा फायदा होने की उम्मीद है। पूजन सामग्री, मिठाई, चॉकलेट, लाइटिंग, डेकोरेशन, पैकिंग, गिफ्ट सामग्री में खरीदी अच्छी होने की संभावना है। इसके अलावा थोक किराना मार्केट, पटाखे, शूज सहित सड़क किनारे लगने वाला खेरची बाजार में भी इस साल उछाल आया है। बाजार विश्लेषकों के मुताबिक गणेश चतुर्थी से दशहरे तक राजधानी भोपाल में 300 करोड़ से ज्यादा का कारोबार हो चुका है।
अगस्त 2020 से 21 के बीच बढ़े थे 27.70% रोजगार
इस रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त 2020 से अगस्त 2021 के बीच खुदरा रोजगार 27.70 फीसदी बढ़े थे लेकिन अगस्त 2021 से अगस्त 2022 के बीच इनमें 11.80 फीसदी की गिरावट आ गई। ऐसा मोटे तौर पर लॉकडाउन की वजह से और घर से ही काम करने (वर्क फ्रॉम होम) की संस्कृति की वजह से हुआ जिसमें लोगों ने त्योहारों के दौरान भी आॅनलाइन खरीदारी की। यह रिपोर्ट अगस्त 2019 से अगस्त 2022 के बीच इन्डीड मंच पर उपलब्ध आंकड़ों के विश्लेषण पर आधारित है। इसके मुताबिक खुदरा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 22.9 फीसदी नौकरियां शाखा प्रबंधक जैसी प्रबंधन भूमिका के लिए निकलीं जबकि सेल्स एसोसिएट स्तर पर यह आंकड़ा 10.07 फीसदी, स्टोर मैनेजर के लिए 9.52 फीसदी, लॉजिस्टिक्स के लिए 4.58 फीसदी और मर्चेंडाइजर के लिए 4.39 फीसदी रहा।