November 25, 2024

पुतिन ने मिसाइल अटैकों के बाद दी हमले और तेज करने की धमकी, जी-7 की शरण में जेलेंस्की

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कीव
यूक्रेन पर एक के बाद एक कई मिसाइल अटैकों के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हमले और तेज करने की धमकी है। बता दें कि ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब रूस को क्रीमिया प्रायद्वीप से जोड़ने वाले एक पुल को शनिवार को विस्फोट से उड़ा दिया गया। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई और पुल आंशिक रूप से ढह गया था। पुतिन ने इस हमले के पीछे यूक्रेनी सेना का हाथ बताया है। यही नहीं, व्लादिमीर पुतिन ने केर्च ब्रिज पर किए गए हमले को यूक्रेन के स्पेशल सर्विसेज द्वारा किया गया ‘आतंकी कृत्य’ करार दिया है। पुतिन ने कहा कि इसी हमले के जवाब में यूक्रेन पर और हमले किए गए हैं।

पुतिन ने सोमवार को अपनी सुरक्षा परिषद की बैठक में टेलीविजन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यूक्रेन पर रूस का हमला उसके आतंकी कृत्यों के जवाब में किया गया। उन्होंने कहा, "अगर हमारे क्षेत्र में आतंकवादी कृत्यों को करने का प्रयास जारी रहता है, तो रूस की प्रतिक्रिया और भी कठोर होगी। किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए।" पुतिन ने पुष्टि करते हुए कहा कि रूसी सेना द्वारा यूक्रेन पर सोमवार को किए गए "बड़े पैमाने पर हमले" ऊर्जा और संचार से जुड़े बुनियादी ढांचे व साथ-साथ सैन्य कमांड प्रतिष्ठानों को टारगेट करते हुए किए गए थे।

पिछले कुछ महीने के अपेक्षाकृत शांत माहौल के बाद सोमवार को यूक्रेन की राजधानी कीव समेत उसके कई शहरों में मिसाइल से हमले हुए। यूक्रेन के गृह मंत्रालय के सलाहकार रोस्तिस्लाव स्मिरनोव ने बताया कि कीव में हुए हमले में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और 24 अन्य लोग घायल हो गए। इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूक्रेनवासियों से मजबूती से डटे रहने की अपील करते हुए अपने टेलीग्राम अकाउंट पर कहा, ‘‘रूस हमें नष्ट करने और पृथ्वी से हमारा नामो-निशान मिटाने की कोशिश कर रहा है।’’

कीव के मेयर विताली क्लित्चको ने कीव के बीचों-बीच शेवचेंको में विस्फोट होने की जानकारी दी। इस इलाके में कई सरकारी कार्यालय हैं। यूक्रेन की संसद सदस्य लेसिया वासिलेंको ने मध्य कीव में स्थित ‘कीव नेशनल यूनिवर्सिटी’ की मुख्य इमारत के निकट हुए विस्फोट की तस्वीर ट्वीट की। कीव में आपात सेवा की प्रवक्ता स्वितलाना वोदोलागा ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को बताया कि लोग हताहत हुए हैं और बचावकर्ता विभिन्न स्थलों पर काम कर रहे है।

जी-7 की शरण में जेलेंस्की
यूक्रेन पर ताजा रूसी हमलों के बाद जेलेंस्की जी-7 की शरण में गए हैं। जी-7 की अध्यक्षता इस समय जर्मनी कर रही है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, जर्मनी ने कहा है कि जी-7 यूक्रेन में स्थिति पर मंगलवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस करेगा, जिसमें जेलेंस्की भी भाग लेंगे। जी-7 की शरण में जाने से पहले जेलेंस्की ने कहा कि रूस यूक्रेन को धरती से मिटा देना चाहता है। उन्होंने अपने लोगों से बम आश्रयों में रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि रूस ने क्रीमिया को छोड़कर देश के हर क्षेत्र में हवाई हमले की चेतावनी दी है। जेलेंस्की ने भी पुष्टि की है कि उन्होंने जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ बात की है, जो जी-7 की अध्यक्षता कर रहे हैं। यूक्रेन के नेता ने यूक्रेन के एयर डिफेंस पर चर्चा करने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी फोन पर बात की।

क्रीमिया ब्रिज पर हमले से आगबूबाला क्यों हैं पुतिन?
रूस की राष्ट्रीय आतंकवाद-रोधी समिति ने बताया कि ट्रक में रखा बम फटने से ईंधन ले जा रही ट्रेन की सात बोगियों में आग लग गई, जिसके परिणामस्वरूप “पुल के दो हिस्से आंशिक रूप से ढह गए।” इस हमले के बाद पुतिन आगबबूबाल हैं। काला सागर और आजोव सागर को जोड़ने वाले कर्च जलडमरूमध्य में साल 2018 में यह 19 किलोमीटर (12-मील) का पुल खोला गया था। यह यूरोप में सबसे लंबा पुल है।

इसे बनाने में 3.6 अरब डॉलर का खर्च आया था। रूस ने साल 2014 में अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन कर यूक्रेन से क्रीमिया को छीन लिया था और फिर इस पुल का निर्माण कराया था। क्रीमिया प्रायद्वीप रूस के लिए प्रतीकात्मक महत्व रखता है और यह दक्षिण में उसके सैन्य अभियानों के लिहाज से महत्वपूर्ण है। यदि पुल को बंद कर दिया जाता है, तो इससे क्रीमिया तक साजो-सामान भेजना और मुश्किल हो जाएगा। रूस के ऊर्जा मंत्रालय ने कहा कि क्रीमिया के पास 15 दिन के लिए पर्याप्त ईंधन है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय स्टॉक फिर से भरने के तरीकों पर काम कर रहा है।

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