अर्थशास्त्र के क्षेत्र में भी नोबेल पुरस्कार का ऐलान
नई दिल्ली.
नोबेल समिति ने सोमवार को अर्थशास्त्र के क्षेत्र में भी नोबेल पुरस्कार का ऐलान कर दिया. इसके तहत बेन एस बर्नानके (Ben S Bernanke), डगलस डब्ल्यू डायमंड (Douglas Diamond) और फिलिप एच डायबविग (Philip H Dybvig) के नाम का ऐलान हुआ. इन तीनों अर्थशास्त्रियों को संयुक्त रूप से इस पुरस्कार के लिए चुना गया है. इकोनॉमिक्स के क्षेत्र में ‘बैंकों पर शोध, वित्तीय संकट’ के लिए इन तीनों को यह दुनिया का सबसे सम्मानित पुरस्कार से नवाजा गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक समिति ने कहा है कि तीनों पुरस्कार विजेताओं ने खास तौर पर वित्तीय संकट के दौरान अर्थव्यवस्था में बैंकों की भूमिका के बारे में हमारी समझ में काफी सुधार किया. उनके द्वारा की गयी रिसर्च में एक अहम जानकारी यह है कि बैंकों का पतन से बचना क्यों जरूरी है. बता दें कि अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार का पहला विजेता साल 1969 में चुना गया था. साल 2021 में अर्थशास्त्र का नोबेल डेविड कार्ड और जोशुआ एंग्रिस्ट और गुइडो इंबेन्स को दिया गया था. डेविड कार्ड को यह पुरस्कार उनके शोध ‘न्यूनतम मजदूरी, आप्रवासन और शिक्षा कैसे श्रम बाजार को प्रभावित करते हैं’ के लिए मिला था.
स्टॉकहोम में रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज में नोबेल समिति ने सोमवार को बेन एस बर्नान्के, डगलस डब्ल्यू डायमंड और फिलिप एच डायबविग को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की. इस पुरस्कार के तहत एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (लगभग नौ लाख अमेरिकी डॉलर) का नकद पुरस्कार दिया जाता है. पुरस्कार 10 दिसंबर को प्रदान किया जाएगा. अन्य नोबेल पुरस्कारों के विपरीत, अर्थशास्त्र के पुरस्कार का उल्लेख अल्फ्रेड नोबेल की 1895 की वसीयत में नहीं था, बल्कि इस पुरस्कार की शुरुआत उनकी स्मृति में स्वीडन के केंद्रीय बैंक ने की थी.