November 25, 2024

जिले में लघुधान्य फसलों के बीज उत्पादन एवं विक्रय से किसानों को हो रहा लाभ

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किसानों को 43 लाख 61 हजार 707 रूपये का बीज उत्पादन से मिला लाभ*

शासन द्वारा लघु धान्य फसलों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के दायरे में लाने से किसानों का बढ़ा रूझान*

रागी, कोदो एवं सुगंधित धान फसलों का बढ़ा रकबा*

  1. राजनांदगांव 07 जुलाई 2022। जिले में लघुधान्य फसलों के बीज उत्पादन एवं विक्रय से किसानों को लाभ हो रहा है। शासन द्वारा लघु धान्य फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी से किसानों का रूझान बढ़ा है, वही फसल का रकबा बढ़ा है। जिले में एक्सटेंशन रिफाम्र्स आत्मा योजनांतर्गत खरीफ एवं रबी वर्ष 2021-22 में कोदो 200 एकड़, रागी 470 एकड़ एवं सुगंधित धान छत्तीसगढ़ देवभोग 70 एकड़ में 740 कृषकों को लाभान्वित कर फसल प्रदर्शन एवं 18 फार्म स्कूल कार्यक्रम का आयोजन जिले के सभी विकासखंडों में किया गया है। कृषकों को नि:शुल्क प्रमाणित बीज, वर्मी कम्पोस्ट एवं आदान सामग्री उपलब्ध कराया गया। कृषकों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदाय कर वनांचल क्षेत्र चौकी, मोहला, मानपुर एवं छुईखदान के आदिवासी कृषकों को अतिरिक्त लाभ प्रदाय करने हेतु फसल प्रदर्शन कार्यक्रम के साथ-साथ बीज उत्पादन कार्यक्रम से जोड़ा गया। जिसमें खरीफ एवं रबी 126 किसानों द्वारा 88.64 हेक्टेयर में रागी फसल बीज, 68 किसानों ने 40.60 हेक्टेयर में कोदो बीज तथा 60 किसानों द्वारा 66.24 हेक्टेयर सुगंधित धान छत्तीसगढ़ देवभोग की बीज पंजीयन कराया गया तथा बीज निगम को 136.3 क्ंिवटल रागी बीज, 158 क्ंिवटल कोदो बीज, 837.8 क्ंिवटल छत्तीसगढ़ देवभोग सुगंधित धान बीज का विक्रय कृषकों द्वारा किया गया। बीज निगम द्वारा कृषकों को कोदो एवं रागी बीज को 5711 प्रति क्ंिवटल की दर से कुल 16 लाख 80 हजार 747 रूपए एवं सुगंधित धान में 2700 प्रति क्ंिवटल एवं राजीव गांधी किसान न्याय योजना एवं अन्य बोनस 500 रूपए क्ंिवटल कुल 3200 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर से 26 लाख 80 हजार 960 रूपये का भुगतान कृषकों को किया गया। कुल 43 लाख 61 हजार 707 रूपये का कृषकों को बीज उत्पादन से लाभ हुआ है। कृषि विभाग द्वारा इसके लिए विशेष रूप से कार्य किया जा रहा हैं।
    कृषक पहले कोदो-रागी फसल को 1500 से 2000 प्रति क्ंिवटल की दर से व्यापारियों को बेचते थे, अब बीज निगम को 5711 रूपए में बेचकर अतिरिक्त लाभ प्राप्त कर रहे है। कोदो रागी फसल को फसल को कृषि विभाग के तकनीकी मार्गदर्शन में मुख्य फसल की भांति अतिरिक्त लाभ को देखते हुए रूचि लेकर खेती कर रहे है। जिले में लघु धान्य फसलों का रकबा वर्ष 2019-20 में 2104 हेक्टेयर क्षेत्र में 2020-21 में 1774 हेक्टेयर क्षेत्र में एवं 2021-22 में 2546 हेक्टेयर क्षेत्र में पूर्व की तुलना में 30-40 प्रतिशत तक बढ़ा है। लघु धान्य फसल को किसान बीज उत्पादन कर 5711 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर से एवं वनोपज केन्द्र में 3370 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर से रागी एवं 3000 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर से कोदो विक्रय किया गया है। लघु धान्य बाहुल्य क्षेत्र में कोदो कुटकी रागी के प्रसंस्करण इकाई की स्थापना कर अतिरिक्त लाभ कृषकों को प्रदाय करना तथा खरीफ वर्ष 2022-23 में अधिक से अधिक कृषकों को बीज उत्पादन कार्यक्रम एवं राजीव गांधी किसान न्याय योजना से जोड़कर लाभान्वित करना।

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