व्यापारी ने दो रुपये के सिक्कों से 1.8 लाख की बाइक खरीदी
कोलकाता
सुब्रत सरकार नाम के बीड़ी व्यापारी ने दो रुपये के सिक्कों से 1.8 लाख रुपये की बाइक खरीद ली। दरअसल जब सरकार ने नोटबंदी की घोषणा की थी तभी से उन्होंने दो रुपये के सिक्के जमा करने शुरू कर दिए थे। 6 साल में उनके पास दो बोरे भर गए।
सरकार ने कहा, 'जब नोटबंदी का ऐलान हुआ था तो मार्केट में नकदी की कमी हो गई थी। उस वक्त लोगों के पास सिक्के ज्यादा थे और लोग सिक्के से ही भुगतान किया करते थे। लोग उस वक्त पॉलीथीन में या फिर जेब में भरकर सिक्के लाया करते थे। इसी के बाद मैंने सिक्के जमा करने का फैसला कर लिया।'
46 साल के सुब्रत सरकार पश्चिम बंगाल के नडिया जिले के भीमपुर के रहने वाले हैं। सुब्रत एक छोटे बीड़ी विक्रेता हैं। वह खुद बीड़ी बनाते हैं और स्थानीय दुकानों पर सप्लाई करते हैं। उन्होंने कहा, जब मैं एक दिन बाइक शोरूम के पास से गुजर रहा था तभी मेरे दिमाग में आया कि क्यों न मैं बाइक खरीद लूं। वापस लौटकर उन्होंने यह बात अपने 17 साल के बेटे से बताई। उन्होंने पैसे गिनने के बाद शोरूम में संपर्क किया और पूछा कि क्या वे सिक्कों में पेमेंट स्वीकार करेंगे। शोरूम की तरफ से भी हां हो गई।
इसके बाद परिवार ने कई बैग में 10-10 हजार रुपये के सिक्के भरे। दो बोरे लादे और ई रिक्शा से शोरूम के लिए रवाना हो गए। शोरूम के कर्मचारियों को सिक्के गिनने में तीन दिन लग गए। शोरूम के मैनेजर ने कहा, हमने मंगलवार को ही उनको चाभी दे दी थी। उन्होंने मुझे पांच बैग और दो बोरे में सिक्के दिए थे। फ्री टाइम में पांच कर्मचारी सिक्के गिनते थे। ये करीब 1.5 लाख रुपये थे। बाकी का पेमेंट उन्होंने कैश नोट से किया।