कॉलेजों में पहुँचे निर्वाचन सदन के अधिकारी, विद्यार्थियों को वोटर हेल्पलाइन एप से मतदाता सूची में नाम जुड़वाने बताई प्रक्रिया
- 18 साल की उम्र पूरी करने वाले युवाओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश द्वारा प्रदेश में 10 दिन तक चलाया जा रहा विशेष अभियान
भोपाल
18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवाओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ने प्रदेश में 10 दिन तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी सोमवार से शुरुआत हुई। मंगलवार को निर्वाचन सदन मध्यप्रदेश के अधिकारी भोपाल जिले के विभिन्न कॉलेजों में पहुंचे। यहां पर 18 साल की आयु पूर्ण करने वाले विद्यार्थियों से संवाद किया। नाम जोड़ने, हटाने, आधार से लिंक करने और बदलाव के संबंध में उपयोग में आने वाले फॉर्म्स के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी। इसके बाद वोटर हेल्पलाइन एप को डाउनलोड कराया और मतदाता सूची में नाम जुड़वाने की प्रक्रिया से अवगत कराया।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 18 साल की आयु पूरी करने वाले युवाओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, मध्यप्रदेश द्वारा 10 से 20 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत भी हो चुकी है। 11 अक्टूबर को अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल, एमबीएम कॉलेज, उपमुख्य निर्वाचन पदाधिकारी प्रमोद शुक्ला, शासकीय महिला पॉलीटेक्निक महाविद्यालय और उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रंजना देवड़ा बीएलओ के साथ नूतन कॉलेज पहुंचीं। यहां पर विद्यार्थियों को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए ऑनलाइन-ऑफलाइन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा कॉलेजों में स्वीप गतिविधियां भी आयोजित की गई।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, मध्यप्रदेश अनुपम राजन ने बताया कि 18 साल की आयु पूर्ण कर चुके युवाओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए हायर सेकेंडरी स्कूल, महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में 10 दिन का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत विद्यार्थियों को जागरूक भी किया जा रहा है, जिससे कोई भी युवा मतदाता सूची में नाम जुड़वाने से वंचित न रह जाए।
हर दिन अलग-अलग गतिविधियां होंगी संचालित
- विशेष अभियान के अंतर्गत समस्त शिक्षण संस्थानों में हर दिन अलग-अलग गतिविधियाँ संचालित हो रही है। इसमें ये गतिविधियाँ शामिल हैं।
- प्रत्येक हायर सेकेंडरी स्कूल, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में नए युवा मतदाताओं को जागरूक करने बीएलओ की टीम जाएगी, इसके लिए बीएलओ दल का गठन किया जाएगा।
- जिन छात्र-छात्राओं का नाम मतदाता सूची में नहीं जुड़ा है, उनका नाम वोटर हेल्पलाइन एप से जोड़ा जाएगा।
- मतदाताओं को जागरूक करने प्रत्येक शिक्षण संस्थान में मतदाता जागरूकता के पोस्टर लगाए जाएंगे।
- मतदाता साक्षरता क्लब का गठन किया जाएगा।
- कैंपस एंबेसडर की नियुक्ति कर उनको प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- हर एक शिक्षण संस्थान में एक शिक्षक को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। उनका नाम, मो. नंबर जिला निर्वाचन कार्यालय को भेजा जाएगा।
- मतदाता साक्षरता क्लब, कैंपस एंबेसडर और निर्वाचन नोडल अधिकारियों को साल में एक बार प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- प्रत्येक हायर सेकेंडरी स्कूल, महाविद्यालय और विश्व विद्यालय में नियुक्त नोडल अधिकारी और कैंपस एंबेसडर का नाम, मोबाइल नंबर संस्थानों में सुरक्षित स्थानों पर प्रदर्शित किया जाएगा।