मादा बाघ “सुंदरी” का वन विहार आगमन
भोपाल
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान 'जू़' भोपाल में 14 जुलाई को मध्यरात्रि में लगभग 2 बजे कान्हा टाइगर रिजर्व मंडला से चिकित्सकीय देख-रेख में मादा बाघ सुंदरी को लाया गया। संचालक, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान ने बताया कि सुंदरी लंबी यात्रा करने के बाद थकी सी है, उसे एकांत में बैठना अच्छा लग रहा है। उसका स्वास्थ्य परीक्षण वन्य-प्राणी चिकित्सक डॉ. अतुल गुप्ता द्वारा किया गया।
मादा बाघिन सुंदरी को 21 दिन तक क्वारेंटाइन में रखा जायेगा। इसके बाद विशेषज्ञों के निरीक्षण के बाद आगामी निर्णय लिया जाएगा। वर्तमान में सुंदरी की उम्र लगभग 9-10 वर्ष है। वन विहार आने पर थोड़े समय के लिये मादा बाघ सुंदरी को क्राल में छोड़ा गया, जहाँ उसने सामान्य रूप से चहल-कदमी की एवं क्राल में बैठी रही। वह नये वातावरण में स्वयं को ढालने का प्रयास कर रही है। सुंदरी के आने से अब वन विहार में बाघों की संख्या 14 हो गई है।