जमीनी स्तर पर यदि कोई कमी दिखाई दे तो विभाग को अवगत कराएं: भीम सिंह
रायपुर
स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक श्री भीम सिंह ने आज विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों में स्वास्थ्य विभाग के साथ जुड़कर कार्य करने वाले अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय संस्थाओं तथा गैर-शासकीय संगठनों (एनजीओ) के साथ स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के संबंध में चर्चा की। उन्होंने इन संस्थाओं की भागीदारी से स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा की और उन्हें बेहतर बनाने आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री भोसकर विलास संदीपान, संचालक, महामारी नियंत्रण डॉ. सुभाष मिश्रा, स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. सुरेंद्र पामभोई और एनजीओ नोडल अधिकारी डॉ. कमलेश जैन मौजूद थे। डब्ल्यूएचओ, जपाइगो, आईपीएएस, यूएनडीपी, यूएसएडी, एविडेंस एक्शन, सीएफआर, टाटा ट्रस्ट, परिमल स्वास्थ्य, न्यूट्रिशियन इंटरनेशनल, क्योर इंटरनेशनल एवं अन्य गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि भी बैठक में शामिल हुए।
संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं श्री भीम सिंह ने कोरोना काल में एनजीओ द्वारा उपलब्ध कराई गई सेवाओं की सराहना की। उन्होंने बैठक में शामिल विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों से कहा कि लोगों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने में जमीनी स्तर पर यदि कोई कमी दिखाई दे, तो वे इससे विभाग को अवगत कराएं ताकि कमियों-खामियों को दूर किया जा सके और नागरिकों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा सके। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री भोसकर विलास संदिपान ने ऐसे विकासखंडों में जहां कोविड टीकाकरण कम हो रहे हैं, वहां एनजीओ की मदद से टीकाकरण बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने आईएमआर और एमएमआर की दर घटाने के लिए भी काम करने कहा। डब्ल्यूएचओ के श्री उरया नाग ने स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के संबंध में अपने सुझाव रखे।
बैठक में अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय सहयोगी संस्थाओं और गैर-शासकीय संगठनों द्वारा संचालित कार्यक्रमों की कार्ययोजना व गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की गई। उल्लेखनीय है कि विभिन्न अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय संस्थाएं गैर-शासकीय संगठन प्रदेश में कैंसर, मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, टीबी, फाइलेरिया, वयोवृद्ध स्वास्थ्य, मेडिकल आक्सीजन सर्विसेज सपोर्ट तथा गैर-संचारी रोगों के निदान में अपनी विशिष्ट सेवाएं प्रदान करने के साथ स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण में भी योगदान दे रही हैं।