कल से बदलेगा मौसम का मिजाज, लेकिन इन राज्यों में अभी और होगी बारिश
नई दिल्ली।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को कहा कि अगले पांच दिनों तक तमिलनाडु में और अगले दो दिनों तक आंतरिक कर्नाटक में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। आईएमडी ने यह भी कहा कि अगले तीन से चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कुछ और हिस्सों से मानसून की वापसी के लिए स्थितियां अनुकूल होने की संभावना है।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट्स के मुताबिक, एक चक्रवाती परिसंचरण कोमोरिन क्षेत्र और आस-पड़ोस के निचले क्षोभमंडल स्तरों में बना हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर निचले क्षोभमंडल स्तरों में बना हुआ है। इसके अगले 2-3 दिनों के दौरान पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। इन मौसम प्रणालियों के कारण 13 से 17 अक्टूबर के बीच तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भारी बारिश और गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है। इसके अलावा, आज अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भी बारिश के आसार हैं। कल यानी 14 अक्टूबर से उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में मौसम के शुष्क मौसम रहने की संभावना है।
पिछले कुछ वर्षों में मानसून की वापसी में काफी देरी हुई है और अक्टूबर के अंत तक बढ़ गई है। इसका अर्थ यह है कि किसानों को अपने बुवाई कार्यक्रम में बदलाव करना होगा। भारत के लिए मानसून महत्वपूर्ण है क्योंकि देश की कुल कृषि योग्य भूमि के लगभग 60% में सिंचाई की कमी है और इसकी आधी आबादी कृषि पर निर्भर है।
अक्टूबर के पहले 10 दिनों में दिल्ली में 625% (63.8 मिमी), हरियाणा में 577%, उत्तराखंड में 538% और उत्तर प्रदेश में 698% अधिक वर्षा दर्ज की गई। आईएमडी ने 30 सितंबर को घोषणा की थी कि पंजाब, चंडीगढ़ दिल्ली, जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान से मानसून की वापस हो चुकी है। आईएमडी ने मंगलवार को कहा कि मानसून की वापसी रेखा उत्तरकाशी (उत्तराखंड), नजीबाबाद, आगरा (उत्तर प्रदेश), ग्वालियर, रतलाम, (मध्य प्रदेश) और भरूच (गुजरात) से होकर गुजर रही है। इस सप्ताह उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अधिक हिस्सों से मानसून के वापस जाने के लिए स्थितियां अनुकूल होने की संभावना है।