तीन महीने बाद सरगुजा की सड़कें हो जाएंगे गड्ढा मुक्त, 15 से काम शुरू
अम्बिकापुर
कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने कहा है कि जिले में सड़कों की स्थिति सुधारने में निर्माण विभाग से सम्बंधित अधिकारी कमर कस लें। सड़कों की स्थिति अगले तीन महीने में कैसे दुरुस्त करनी है इसकी कार्ययोजना 4 दिन में बनाकर दें। तीन महीने बाद पूरे सड़क गड्ढा मुक्त होना चाहिए। कलेक्टर ने यह निर्देश मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में सड़कों की मरम्मत की स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने निर्माण विभाग के मैदानी अमलो की उदासीन रवैये पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सभी अपनी कार्यशैली सुधारें। जिला अधिकारी उप अभियंता व एसडीओ की दैनंदिनी की जांच करें। हर सप्ताह दिए गए कार्य की प्रगति की टीप लिखें। उन्होंने सबसे ज्यादा सड़कों का संधारण करने वाले एजेंसी पीएमजीएसवाय के अधिकारी से अतिखराब व खराब सड़कों की संख्या की जानकारी व मरम्मत के लिए की जा रही तैयारी की जानकारी ली और निर्देशित किया कि जिन सड़कों के मरम्मत हेतु टेण्डर नहीं लगे हैं उनकी शीघ्र टेंडर लगाएं। सड़कों की गुणवत्ता में कोई समझौता न करें। अधिकारी ने बताया कि अम्बिकापुर-लुण्ड्रा मार्ग सबसे ज्यादा खराब है। उन्होंने बताया कि जिले में करीब 300 किमी की सड़क मरम्मत का काम 15 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ने बताया कि करीब 146 किलोमीटर सड़क मरम्मत योग्य है जिसमें से 100 किलोमीटर सीजीआरडीसी अंतर्गत स्वीकृत है।
कलेक्टर ने नगर निगम अंतर्गत आने वाले सड़कों की मरम्मत व रखरखाव की भी समीक्षा की और संबंधित विभागों तथा नगर निगम के अधिकारियों को सड़क मरम्म्त के कार्य शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शहर में जिन सड़को की स्थिति ज्यादा खराब व ज्यादा भीड़ वाले सड़कों को पहले ठीक कराएं। निगम के अधिकारियों ने बताया कि निगम अंतर्गत सड़कों की मरम्मत के लिए शासन से तीन करोड़ रुपये की मंजूरी मिली है। बस स्टैंड की सड़क ज्यादा खराब है वही से काम शुरू होगा। कलेक्टर ने अम्बिकापुर से सांड़बार तक की सड़क निर्माण का काम शीघ्र पूरा करने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिए। इसके साथ ही अम्बिकापुर शिवपुर एवं अम्बिकापुर-पत्थलगांव एनएच नवनिर्माण कार्य में शेष बचे कार्य को अगले दिसंबर माह तक हर हाल में पूरा करने के भी निर्देश दिये।