खदान घूमने आए मजदूर को मिला हीरा, चमकी किस्मत तो रातों -रात बना लखपति
पन्ना
पन्ना की धरती को रत्नगर्भा कहा जाता है। आए दिन यहां मजदूरों को हीरे मिल रहे हैं। बीते रोज एक मजदूर को तालाब किनारे घूमते हुए करीब 20 लाख का हीरा मिल गया। इसी प्रकार दूसरे मजदूर को उथली खदान में करीब 10 लाख रुपए कीमत का हीरा मिला है। इन्हें बुधवार शाम को हीरा कार्यालय में जमा कराया गया है। वृंदावन हीरा खदान घूमने आया था और टहलते हुए 20 लाख का हीरा मिल गया पन्ना हीरा कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार छतरपुर जिले के पथरगुंवा निवासी वृंदावन अहिरवार पन्ना में हीरा खदान देखने आया था। उसे कमलाबाई तालाब के पास घूमते समय जमीन पर एक चमकीला पत्थर नजर आया तो उसने उठा लिया। वह उसे अपने साथी के साथ हीरा कार्यालय पारखी को दिखाने पहुंचा तो पता चला कि वह 4.86 कैरेट का जेम्स क्वालिटी का हीरा है, जिसकी अधिकतम कीमत करीब 20 लाख हो सकती है।
छतरपुर गढ़ा के दस्सु कोदर ने हीरापुर टिपरियन में खदान ली थी इसी प्रकार छतरपुर गढ़ा निवासी दस्सु कोदर ने हीरापुर टिपरियन में खदान से 3.40 कैरेट वजन का हीरा मिला है। यह हीरा हल्का मटमैला हैं। दस्सु ने कुछ समय पहले यहां उथली खदान लेकर हीरा तलाशने का काम शुरु किया था। बुधवार को उसे मिट्टी ने कीमती हीरा थमा दिया। दस्सु बेहद गरीब परिस्थति का है और उसे पैसों की सख्त आवश्यकता थी। पन्ना की धरती ने उसे निहाल करते हुए करीब 8 से 10 लाख रुपए कीमत का हीरा प्रदान किया है। वह खुशी से झूमते हुए हीरा कार्यालय में हीरा जमा करने पहुंचा था।
उसने भी हीरा जमा कर रसीद ली है। खदान तो ठीक यहां जब-तब रास्ते में मिलने लगे हीरे पन्ना की धरती की एक खासियत है, यहां कभी भी किसी भी इंसान की किस्मत का ताला खुल सकता है और गरीब एक पल में अमीर बन जाता है। बीते तीन महीने में पन्ना में पांच लोगों को बिना खदान लगाए चलते-चलते रास्ते में हीरे मिल चुके हैं। बुधवार को जहां वृंदावन अहिरवार को तालाब किनारे हीरा मिला तो चार लोगों में दो महिलाओं को जंगल में लकड़ी बीनते हुए, रास्ते से जाते हुए तो एक युवक को जंगल की पगडंडी पर जाते समय हीरा मिल चुका है।