नेताओं को समारोह से फुर्सत नहीं,2 महीने पहले बने चैंबर में बैठे कैसे
भोपाल
एमआईसी (महापौर परिषद) गठित होने के बाद चेंबर्स को लेकर विवाद की स्थिति बन रही थी लेकिन अब चेंबर बनकर तैयार है। इसके बाद भी कई एमआईसी यहां नहीं बैठ रहे हैं। हालांकि 2 एमआईसी के चेंबर अभी नहीं बने हैं। इनके नहीं बैठने के पीछे कई वजह सामने आ रही है।
समारोह से नेताओं को नहीं मिल रही फुर्सत
बीएमसी के कामगाज में दिलचस्पी नहीं लेने की एक मुख्य यह भी वजह बताई जा रही है कि नेताओं को समारोह से फुर्सत नहीं मिल रही। जबसे नेताओं ने शपथ ली है तब से लगातार किसी ने किसी सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों में नेता व्यस्त हैं।
नहीं मिल रही तव्वजो
एमआईसी सदस्य खुलकर तो कुछ नहीं बोलते। लेकिन आॅफ रिकॉर्ड इनका कहना है कि विभाग के अधिकारी न तो कोई जानकारी देते हैं और ना ही कोई फाइल भेजते हैं। पार्षद निधि भी अब तक नहीं आई है। ऐसे में चेंबर में बैठकर क्या करें।
आईएसबीटी में निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी और एमआईसी मनोज राठौर, आरके सिंह बाघेल, राजेश हिंगोरानी के चैंबर हैं, लेकिन यह बैठते नहीं हैं। सुषमा बवीसा और छाया ठाकर का चैंबर फिलहाल बनकर तैयार नहीं हुआ है। इनका चैंबर आईएसबीटी में बनाए जा रहे हैं। माता मंदिर में एमआईसी जगदीश यादव और जितेंद्र शुक्ला का चैंबर हैं। श्यामला हिल्स में रवीन्द्र यति का चैंबर का चैंबर हैं। यह तीनों एमआईसी भी अपने-अपने चैंबरों में नहीं बैठ रहे हैं।