अलीराजपुर एसपी की टीम ने कपास की आड़ में गांजे की खेती का भांडा किया फोड़, दो ट्रक गांजे के पौधे किये जब्त ,तीन गिरफ्तार
अलीराजपुर
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) द्वारा नशा मुक्ति अभियान की घोषणा किए जाने के बाद एमपी में बड़े पैमाने पर गांजे की खेती के खुलासे हो रहे हैं. खास बात यह है कि गांजे की खेती के माध्यम से बड़े-बड़े तस्कर किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने का लालच देकर उन्हें बरगला रहे हैं. किसान अधिक मुनाफा हासिल करने के चक्कर में कानून के शिकंजे में फंसते जा रहे हैं.
दो ट्रक गांजे के पौधे जब्त किये गये
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर 8 अक्टूबर से पूरे मध्य प्रदेश में नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत नशे के सौदागरों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के साथ-साथ तस्करी रोकने की भी कोशिश की जा रही है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के कई जिलों में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. हाल ही में मध्य प्रदेश के अलीराजपुर में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए गांजे की खेती के बड़े रैकेट का पता लगाया.
अलीराजपुर एसपी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि सोंडवा थाना क्षेत्र के छोटी हथवी इलाके में स्थित तड़वी फलिया में गांजे की खेती की सूचना मिली थी. जब सूचना की तस्दीक की गई तो पुलिस के कान खड़े हो गए. यहां पर एक-दो नहीं बल्कि कई किसान गांजे की खेती कर रहे थे. पुलिस ने दल-बल के साथ छापामार कार्रवाई करते हुए दो ट्रक गांजे के पौधे जब्त किये. इस मामले में जोगार सिंह, फत्तू, भांगड़ा नामक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि दो आरोपी फरार बताए जा रहे हैं. किसानों के खेत से 1103 गांजे के पौधे जब्त किए गए.
कपास की आड़ में गांजे की खेती
आमतौर पर गांजे की खेती और पहाड़ी इलाकों में की जाती है ताकि पुलिस के हाथ वहां तक नहीं पहुंच सके. अलीराजपुर पुलिस ने भी पहाड़ी और नाला क्षेत्र में दुर्गम मार्ग पर चलते हुए 1103 पौधे जब्त किये. सभी आरोपी कपास की खेती के बीच गांजे के पौधे लगाकर खेती कर रहे थे. 1 महीने के भीतर गांजे के पौधे की कटाई होने वाली थी. अलीराजपुर एसपी मनोज सिंह ने इस बात को माना कि गांजे की खेती के पीछे बड़े तस्कर का हाथ हो सकता है, इसलिए आरोपियों को रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने यह भी बताया कि इस इलाके में और भी गांजे के पौधे होने की सूचना मिली है, जिसके आधार पर पुलिस टीम छापा मारने की तैयारी कर रही है.
इसलिए जाल में फंस रहे हैं किसान
प्रकृति की मार और बढ़ रही महंगाई की वजह से लगातार किसानों की आमदनी और मुनाफे में कमी आ रही है. इसी बात का तस्कर फायदा उठा रहे हैं. खासतौर पर ट्राइबल इलाकों में तस्कर किसानों से संपर्क कर उन्हें गांजे के पौधे उगाने की सलाह दे रहे हैं. अलीराजपुर में हुए खुलासे के बाद अब कई जिलों में पुलिस गांजे की खेती का पता लगा रही है. खास बात यह है कि गांजे के बीज मुहैया कराने वाले लोगों तक भी पुलिस के हाथ पहुंच सकते हैं.
पिछले साल भी हो चुकी है गांजे की खेती
पुलिस पूछताछ आरोपियों ने बताया कि पिछले साल भी वे गांजे की खेती कर चुके हैं. आरोपियों ने कुछ लोगों के नाम भी बताए हैं, जिन तक पुलिस पहुंचने की कोशिश कर रही है. गांजे की खेती में उन्हें काफी तगड़ा मुनाफा हो रहा था. तस्करों द्वारा उनसे 1 हजार रुपये किलो गांजा लिया जा रहा था जबकि तस्कर बाजार में 3 हजार रुपये किलो तक बेचते हैं. गांजे की छोटी सी पुड़िया 200 से 500 रुपये में दी जाती है. इसका उपयोग नशे के लिए होता है.