लुलु मॉल के मालिक यूसुफ अली को यूपीए सरकार ने दिया था पद्मश्री, भारत में मिले हैं इतने सम्मान
नई दिल्ली लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक ओर जहां मॉल प्रशासन ने परिसर में नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ एफआईआर करा दी है, वहीं दूसरी हिंदू महासभा ने मॉल में हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान कर दिया। हालांकि स्थानीय प्रशासन की अनुमति ना मिलने की वजह से हिंदू महासभा को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। लुलु ग्रुप के चेयरमैन यूसुफ अली एमए मूल रूप से केरल के त्रिसूर जिले में के रहने वाले हैं लेकिन अपना पूरा बिजनेस यूएई से चलाते हैं। यूसुफ को भारत में पद्मश्री समेत कई सम्मान मिल चुके हैं।
बता दें कि लुलु ग्रुप का मुख्यालय अबू धाबी में है और कंपनी ने लखनऊ में 2,000 करोड़ रुपये की लागत से बने लुलु मॉल को शुरू किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ में लुलु मॉल का उद्घाटन किया था। लुलु ग्रुप के चेयरमैन यूसुफ अली एमए को भारत में पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, एपीजे अब्दुल कलाम जैसे कई लोगों ने सम्मानित किया है।
पद्मश्री अवॉर्ड: साल 2008 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया था। खाड़ी और मध्य पूर्व के देशों के पहले प्रवासी भारतीय के तौर पर 5 मई 2008 को युसुफ को यूपीए की मनमोहन सरकार ने यह सम्मान दिया गया। उद्योग एवं सामाजिक सेवा के क्षेत्र में उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए उन्हें यह सम्मान मिला था।
प्रवासी भारतीय सम्मान: साल 2005 में तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने यूसुफ अली एमए को प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित किया था। किसी भी प्रवासी को मिलने वाला यह भारत का सबसे बड़ा सम्मान है।
बिजनेस मैन ऑफ द इयर: साल 2010 में केरल के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन ने युसुफ को बिजनेस मैन ऑफ द इयर अवॉर्ड से सम्मानित किया था। यह सम्मान केरल के स्टेट फोरम ऑफ बैंकर्स क्लब की ओर से उन्हें देश के आर्थिक विकास में योगदान के लिए दिया गया था।
एसआईबी एक्सिलेंस अवॉर्ड: साल 2009 में भारत के तत्कालीन नियंत्रक और महालेखा परीक्षक विनोद राय ने युसुफ को यह अवॉर्ड दिया था। साउथ इंडियन बैंक के 80वें एनवर्सिरी सेलिब्रेशन पर यह अवॉर्ड दिया गया था।
पीवी सामी मेमोरियल अवॉर्ड: साल 2006 में तत्कालीन वित्त राज्यमंत्री एमपी वीरेन्द्र कुमार ने युसुफ को यह अवॉर्ड दिया था।
राजीव गांधी अवॉर्ड: साल 2006 में ही तत्कालीन पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री मुरली देवरा ने यह अवॉर्ड युसुफ को दिया था।
ग्लोबल एनआरके मीट में मिला सम्मान: साल 2001 में युसुफ को कोच्चि में आयोजित एनआरके (नॉन रेजिडेंट केरलाइट्स) मीट में केरल के तत्कालीन मुख्यमंत्री एके एंटनी ने सम्मानित किया था।
मिलेनियम अवॉर्ड: साल 2000 में केरल के तत्कालीन मुख्यमंत्री ई.के. नयनार द्वारा केरल के सर्वश्रेष्ठ एनआरआई व्यवसायी के तौर पर युसुफ को यह सम्मान दिया गया था।
इंटरनैशनल बिजनेसमैन ऑफ द इयर: साल 1997 में केरल के पहले मलयालम भाषा में प्रकाशित होने वाले अखबार 'दीपिका' की ओर से युसुफ को इंटरनैशनल बिजनेसमैन ऑफ द इयर का अवॉर्ड दिया गया था।