सूबे के मुखिया का स्वागत है, अलीगढ़ की जनता की समस्याएं भी दूर कराइए
अलीगढ़
योगी सरकार 2.0 में सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को पहली बार जिले में आ रहे हैं। सीएम के आगमन से पहले विभाग अपने प्रोजेक्ट को दिखाने के लिए बड़े-बड़े होर्डिंग लगा रहे हैं। सरकारी योजनाओं का गुणगान हो रहा हैं, लेकिन जिले में अब भी तमाम समस्याएं हैं। पूरा शहर में जाम का झाम रहता है। पार्किंग न होने से वाहन सड़क पर खड़े होते हैं। रोस्टर के हिसाब से बिजली नहीं मिल रही है। सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक की संख्या कम है। रिंग रोड व मेडिकल कालेज की आस भी अधूरी है। साथा चीनी मिल का जीर्णोद्वार न होने से किसानों का गन्ना की खेती से मोह भंग हो रहा है। खेल में भी सुविधाओं के नाम पर आश्वासन का ‘खेल’ चल रहा है। शहर से लेकर देहात तक सड़क जर्जर हैं।
चिकित्सकों की कमी, मेडिकल कालेज की आस
स्वास्थ्य विभाग भी इन दिनों लचर व्यवस्थाओं से गुजर रहा है। जिले में कुल 214 चिकित्सकों के पद स्वीकृति हैं, लेकिन फिलहाल जिले में महज 54 ही चिकित्सक तैनात हैं। जिले के बड़े अस्पतालों से लेकर छोटे-छोटे अस्पतालों में भी समस्याएं बनी हुई हैं। एक-एक चिकित्सक से ही प्राथमिकत स्वास्थ्य केंद्र संचालित हो रही हैं। चिकित्सकों की कमी से जसरथपुर ट्रामा सेंटर बंद पड़ा है।अगर जिले में शासन से चिकित्सकों की पूर्ति हो जाए तो फिर लोगों को बेहतर उपचार मिल सकेगा। इसके साथ ही पंडित दीनदयाल संयुक्त चिकित्सालयों को भी काफी समय से मेडिकल कालेज में तब्दील करने की मांग चली आ रही है।