इंदौर में बिल्डरों, ज्वैलर्स पर आयकर की दबिश, करोड़ों की कर चोरी की आशंका
इंदौर
आयकर और प्रवर्तन निदेशालय के अफसरों की टीम ने शनिवार को इंदौर के आधा दर्जन रियल एस्टेट कारोबारियों और ज्वेलर्स के नौ से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है। छापे की जद में आने वालों में कांग्रेस नेता पंकज संघवी के भाई टीनू संघवी और लाभम ग्रुप के प्रमुख सुमित मंत्री भी शामिल हैं। इनके विरुद्ध आय छिपाने और कर चोरी की आशंका में जांच करने आयकर विभाग की टीम पहुंची है। इसके साथ ही एचडी वायर्स और कुछ अन्य ज्वेलर्स के यहां भी आयकर विभाग के अधिकारी जांच कर रहे हैं। इस जांच में करोड़ों रुपए की कर चोरी और बेनामी संपत्ति का खुलासा होने संभावना है। छापे की जद में आने वाले कारोबारियों का राजनीतिक कनेक्शन भी चर्चा में है। टीनू संघवी जमीन धोखाधड़ी मामले में कोर्ट से हाल ही में अग्रिम जमानत लेने वाले विवादित बिल्डर सुरेंद्र संघवी के भी भाई हैं। टीनू से जुड़े आठ कारोबारियों और उनकी कम्पनी के कर्मचारियों व अधिकारियों के विरुद्ध भी जांच हो रही है। उधर लाभम ग्रुप के सुमित मंत्री भी कुछ नेताओं के करीबी माने जाते हैं।
गौरतलब है… इससे पहले देश के कई राज्यों में आयकर विभाग और ईडी ने बड़ी कार्रवाई की थी। इस दौरान रियल स्टेट फर्म्स के विभिन्न ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की गई थी। दिल्ली लखनऊ गुड़गांव चंडीगढ़ सहित कई राज्यों के कंस्ट्रक्टर और बिल्डर के घर और आॅफिस पर एक साथ मारी गई रेड में आयकर विभाग द्वारा करोड़ों रुपए की राशि को जब्त किया गया था। इससे पहले बिहार के बिल्डर गब्बू सिंह के विभिन्न ठिकानों पर इनकम टैक्स का छापा पड़ा था।
इन लोगों के ठिकानों पर आईटी कार्रवाई
जिनके ठिकानों पर आईटी की रेड पड़ी है, उसमें वास्तु ग्रुप के भूपेश संघवी, शुभम लाभम ग्रुप के सुिमत मंत्री, मंगल मंत्री, पप्पू सत्यनारायण मंत्री के नाम हैं। साथ ही एचडी वायर्स ग्रुप के दिलीप जैन, देव बेकरी, रजत ज्वैलर्स के यहां भी छापेमारी की गई है जिसमें आयकर चोरी के दस्तावेजों के साथ बेनामी संपत्ति और भारी संख्या में जमीन के दस्तावेज मिले हैं। बताया जाता है कि 150 से अधिक अधिकारी और कर्मचारियों ने शनिवार सुबह सभी ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। सभी के खिलाफ जमीनों में ब्लैक मनी निवेश, बेनामी संपत्ति और टैक्स चोरी की शिकायतें मिलीं थीं जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई।