पूरे प्रदेश से विदा हुआ मानसून, सुबह फिजा में घुली ठंडक, रायसेन में पारा 14 डिग्री पर
भोपाल
दक्षिण-पश्चिम मानसून शनिवार को पूरे मध्य प्रदेश से विदा हो गया है। उधर वातावरण पूरी तरह शुष्क रहने से बादल भी छंट गए हैं। साथ ही हवा का रुख बदलने से न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा। मध्य प्रदेश में सबसे कम 14 डिग्री सेल्सियस तापमान रायसेन में दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी दो दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहेगा। उसके बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत की तरफ बढ़ने पर तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने की संभावना है। हालांकि दीपावली के समय ठंड बढ़ने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को दक्षिण–पश्चिम मानसून पूरे मध्य प्रदेश से जा चुका है। पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के सभी जिलों का मौसम शुष्क रहा। शनिवार को न्यूनतम तापमान शहडोल संभाग के जिलों में काफी गिरे तथा शेष संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। न्यूनतम तापमान रीवा, भोपाल एवं इंदौर संभागों के जिलों में सामान्य से कम तथा शेष संभागों के जिलों में सामान्य रहे। रविवार को भी मौसम शुष्क बना रहने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में उत्तरी राजस्थान पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। प्रति चक्रवात के असर से वातावरण से तेजी से नमी कम हाेने लगी है। इस वजह से पूरे मध्य प्रदेश से मानसून भी विदा हो गया है। उधर उत्तर भारत में वातावरण में ठंड बढ़ने लगी है। हवाओं का रुख उत्तरी होने से मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान में भी गिरावट होने लगी है। इसके अतिरिक्त इस वर्ष अक्टूबर की शुरूआत में राजधानी सहित पूरे मध्य प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा हुई है। इससे जमीन में काफी नमी मौजूद है। इस वजह से भी रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। हालांकि 18 अक्टूबर हो एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत की तरफ बढ़ने की संभावना है। उसके प्रभाव से हवाओं का रुख बदलने से रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने लगेगी।