जयशंकर और मिस्त्र के विदेश मंत्री के बीच यूक्रेन संघर्ष और हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर वार्ता
नई दिल्ली
मिस्त्र के अपने समकक्ष समेह शौकरी से विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन-रूस के बीच जारी संघर्ष और हिंद-प्रशांत क्षेत्र सहित कई अन्य मुद्दों पर बातचीत की। वह शौकरी के आमंत्रण पर दो दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे हैं। काइरो, एएनआई: मिस्त्र के अपने समकक्ष समेह शौकरी से विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन-रूस के बीच जारी संघर्ष और हिंद-प्रशांत क्षेत्र सहित कई अन्य मुद्दों पर बातचीत की। वह शौकरी के आमंत्रण पर दो दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे हैं।
ट्वीट कर साझा की जानकारी
एस. जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि मिस्त्र के विदेश मंत्री शौकरी के साथ बहुत ही सार्थक बैठक हुई। इस साल राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होना हमारे गहरे संबंधों को दर्शाता है। एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि एक ध्रुवीकृत दुनिया को स्वतंत्र सोच और तार्किक आवाज की जरूरत है। बहुपक्षीय मंचों पर भारत और मिस्त्र एक दूसरे को लगातार सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने अगले साल जी-20 और ब्रिक्स न्यू डेवलपमेंट बैंक और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में मिस्त्र की भागीदारी का स्वागत किया।
महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि
इससे पहले उन्होंने राजधानी के प्रसिद्ध अल होरेया पार्क में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। गांधी की प्रतिमा का अनावरण 2019 में उनकी 150 वीं जयंती के अवसर पर किया गया था। भारत और मिस्त्र का बहुपक्षीय मंचों पर घनिष्ठ सहयोग रहा है। दोनों गुटनिरपेक्ष आंदोलन के संस्थापक सदस्य थे। 2022 का विशेषष महत्व इसलिए है, क्योंकि यह दोनों के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। वर्तमान में मिस्त्र में भारतीय समुदाय की संख्या लगभग 3200 है।
भारतीय सैनिकों को दी श्रद्धांजलि
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हेलिओपोलिस कामनवेल्थ वार ग्रेव सेमेटरी पहुंचकर प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्त्र और फलस्तीन में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। इसकी कुछ तस्वीरें साझा करते हुए उन्होंने ट्वीट किया, मानवता की सेवा में भारतीयों ने दुनियाभर में बलिदान दिए हैं। ऐसे में जब हम आधुनिक और समान वैश्विक व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रहे हैं, वे हमें प्रेरणा दे रहे हैं।